मिनी बस में बैठकर टेली कॉलिंग से 2.5 करोड़ की ठगी, तीन आरोपी गिरफ्तार

in #crime9 days ago

गाजियाबाद 07 सितंबर (डेस्क):-पुलिस ने एनसीआर के लोगों को टेली कॉलिंग के जरिए ठगने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी पिछले डेढ़ साल से एक मिनी ट्रैवलर बस में बैठकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। इनका गिरोह क्रेडिट कार्ड धारकों को कॉल कर रिडीम प्वाइंट का लालच देकर उनसे निवेश कराता था और फिर उनकी जानकारी का दुरुपयोग कर रकम हड़प लेता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से मिनी ट्रैवलर बस, 20 मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड, 31 पन्नों में दर्ज क्रेडिट कार्ड धारकों के नाम और नंबर, 30 बैटरियां, चार चेकबुक और किराये के अनुबंध की तीन कॉपियां बरामद की हैं।

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इंदिरापुरम के सहायक पुलिस आयुक्त स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों में सुशांत कुमार (निवासी द्वारका सेक्टर-16, दिल्ली), सन्नी कश्यप (निवासी विकास कुंज, टीला मोड़) और अमन गोस्वामी (निवासी राजनगर कॉलोनी, लोनी बॉर्डर) शामिल हैं। इनकी योजना यूट्यूब वीडियो शूट करने का बहाना बनाकर मिनी ट्रैवलर बस को किराये पर लेने की थी। ये बस में बैठकर ही क्रेडिट कार्ड धारकों से संपर्क करते और उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे। गिरोह के सरगना ने अपने सदस्यों को ठगी के लक्ष्य निर्धारित कर रखे थे और ठगी से जमा की गई रकम को फर्जी बैंक खातों में जमा कराया जाता था।

गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया कि उन्हें एक लड़की से क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा मिलता था, जिसे वे ठगी के लिए इस्तेमाल करते थे। यदि कोई कार्ड धारक अपनी जानकारी साझा करने से इनकार करता तो आरोपी उससे अभद्रता भी करते थे। आरोपी अपने गिरोह के सदस्यों को नई सिम कार्ड और मोबाइल फोन उपलब्ध कराते थे और ठगी की रकम को जल्दी से अपने खाते में ट्रांसफर कर चेक के जरिए निकाल लेते थे। ठगी की रकम जमा करने के लिए फर्जी किराया अनुबंध और पैन कार्ड का उपयोग करके बैंक खाते खुलवाए जाते थे।

पुलिस के अनुसार, गिरोह के कुल सात सदस्य हैं और इसकी सरगना एक युवती है, जिसने ठगी के सभी सिम कार्ड और फोन की व्यवस्था की थी। गिरोह के सदस्यों को वारदात के दौरान अपने निजी फोन सरगना के पास रखने पड़ते थे। ठगी के बाद, सभी सदस्यों को अगले दिन सुबह उनके फोन लौटा दिए जाते थे। पुलिस ने इस गिरोह की सरगना का नाम और पता हासिल कर लिया है और उसकी तलाश की जा रही है।