82 अपराधिक मामलों में शामिल कुख्यात ऑटो लिफ्टर,दो रिसिवर के साथ गिरफ्तार

in #crime2 years ago

दिल्ली की गाडिय़ां जम्मू एंड कश्मीर में लगता था ठिकाने
-चोरी की 11 कारें और सात नकली नंबर प्लेट बरामद

रिपोर्ट कुलदीप कुमार
साउथ ईस्ट दिल्ली

दिल्ली में कार चोरी कर जम्मू एंड कश्मीर में ठिकाने वाले एक वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ कर एक कुख्यात वाहन चोर समेत तीन को गिरफ्तार किया है। इसमे दो दो रिसिवर शामिल हैं। गिरफ्तार वाहन चोर हत्या के प्रयास समेत 80 से अधिक अपराधिक मामलों में शामिल रहा है। उनके पास से 11 चोरी की कारें, सात नकली नंबर प्लेट, एक इलेक्ट्रॉनिक पैड, एक डोंगल और कारों को चोरी करने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद हुआ है। उनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक दर्जन मामले सुलझाने का दावा किया है।

साउथ ईस्ट जिला के डीसीपी ईशा पांडे ने बातया कि 6 सितंबर को एक सूचना मिली थी कि ऑटो लिफ्टिंग में शामिल दो बदमाश अपने दोस्तों से मिलने के लिए एमबी रोड के रास्ते संगम विहार की ओर से बदरपुर की आएंगे। सूचना के बाद एसीपी मनोज सिन्हा के देखरेख और इंस्पेक्टर राजेन्द्र डागर के नेतृत्व में टीम बनाई गई। जिसमें एसआई नागेंद्र कुमार एएसआई विनोद राजीव एसआई सरवन राजगीर इंद्रजीत वीर सिंह रूप सिंह हेड कांस्टेबल मनोज अमृत कॉन्स्टेबल मोहित देवानंद को शामिल किया गया फिर एमबी रोड पुलप्रह्लादपुर के पास ट्रैप लगाया गया। तभी रात करीब दस बजे संगम विहार की ओर से एक कार आती दिखाई पड़ी। शक के आधार पर उन्हें रुकने का इशारा किया गया तो वह भागने की कोशिश करने लगे। मगर पुलिस वालों ने धर दबोचा। जांच में कार तिलक नगर इलाके से चोरी की निकली। वहीं पकड़े गये बदमाशों की पहचान अमृतपुरी अमर कालोनी निवासी 42 वर्षीय कुणाल उर्फ तनुज और श्रीनगर जम्मू एंड कश्मीर निवासी 42 वर्षीय सुहैल उर्फ जाना के तौर पर हुआ। उनके पास से सात नकली नंबर प्लेट, एक इलेक्ट्रॉनिक पैड, एक डोंगल और कारों को चोरी करने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए गए हैं।

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उसके बाद उनके साथी श्रीनगर निवासी जम्मू एंड कश्मीर निवासी 32 वर्षीय आदिल इरशाद भट्ट पुत्र इरशाद अहमद भट्ट को जम्मू एंड कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया गयगा। उनकी निशानदेही पर उनके कब्जे से चोरी की दस अन्य कारें बरामद की गईं।

पुलिस से बचने के लिए करता रहता था प्लास्टिक सर्जरी
पूछताछ करने पर आरोपी कुणाल ने खुलासा किया कि वह दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से अपने साथियों के साथ कार चोरी करता था। गिरफ्तारी से बचने के लिए, उसने कई प्लास्टिक सर्जरी करायी। वह चोरी की कारें रिसिवर सुहैल और आदिल इरशाद बेचता था। जांच से पता चला है कि किसी विशेष वाहन की चोरी से पहले, वे वाहन की तलाशी लेते थे और विशेष रंग और रंग के वाहन का पता लगाते थे, जिसे बीमा कंपनियों द्वारा खातों आदि के कारण कुल नुकसान वाहन के रूप में घोषित किया गया था। ये वाहन अपने दस्तावेजों के साथ फिर गिरोह के सदस्यों द्वारा स्क्रैप डीलरों के माध्यम से महंगे दाम पर खरीदा जाता था। फिर उनके नंबर पर फर्जी दस्तावेज बना जम्मू एंड कश्मीर में बेचा जाता था। फिलहाल उनसे पूछताछ कर उनके गिरेाह के अन्य सदस्यों के बारे में पता किया जा रहा है