इसराइली कब्ज़े के विरुद्ध कैसे खड़ा हुआ फ़लस्तीनी युवाओं का मिलिशिया 'लॉयंस डेन'

in #crime2 years ago

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साल की शुरुआत से ही इसराइली क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम इलाक़े में इसराल और फ़लस्तीनियों के बीच तनाव और हिंसा बढ़ी है. फ़लस्तीनियों का एक नया समूह इस दौरान उभरा है.

इसका अरबी में नाम है अरीन अल उसुदू और अंग्रेज़ी में इसे लॉयंस डेन या हिंदी में कहें तो शेर की मांद कहा जा रहा है.

पश्चिमी वेस्ट बैंक के नबलूस इलाक़े में उभरे इस नए मिलिशिया को इसराइल के सैनिकों और फ़लस्तीनी इलाक़ों पर बसे इसराइली लोगों पर हमलों के पीछे माना जा रहा है.

इस समूह के सदस्य और समर्थक अधिकतर युवा फ़लस्तीनी हैं, इनका दावा है कि ये पिछले कई दशकों से फ़लस्तीनी की राजनीति को शक्ल देने वाले पारंपरिक समूहों और पक्षों से ऊपर हैं और उनसे अलग हैं.
बैंक के रमल्लाह शहर में स्थित हॉराइज़न सेंटर फॉर पॉलिटिकल स्टडीज़ के कार्यकारी निदेशक इब्राहिम जिब्रील दलालशा कहते हैं, "लायंस डेन युवा, असंतुष्ट, आक्रोशित फ़लस्तीनी युवाओं का संगठन है जिसके अधिकतर सदस्य 20 से 25 साल के बीच है हैं, ये वेस्ट बैंक या गज़ा के किसी भी राजनीतिक संगठन का हिस्सा नहीं है और ये एक ऐसा संगठन है जिसका मक़सद इसराइल के क़ब्ज़े के ख़िलाफ़ लड़ना है."

ये हथियारबंद संगठन अधिकतर नबलूस शहर में सक्रिय है और ख़ासतौर पर यहां के अल-यासमीन इलाक़े में केंद्रित है.

पिछले कुछ महीनों में ये संगठन दर्जनों फ़लस्तीनी युवाओं को अपने साथ जोड़ने में कामयाब रहा है.

हालांकि इस नए समूह का किसी भी राजनीतिक दल के साथ संबंध नहीं है लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि इसमें शामिल हो रहे कुछ लोगों की पहले से राजनीतिक संबंद्धता हो सकती है.