LNJP Hospital में रिश्वत देकर भर्ती होते हैं मरीज !

in #crime2 years ago

दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में रिश्वत लेकर मरीजों को भर्ती कराने की शिकायतें आती रहती हैं. हर बार जांच की बात कहकर मामले को टाल दिया जाता है. ताजा मामला दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (Lok Nayak Jai Prakash Narayan Hospital Delhi) का है, जहां जीबी पंत हॉस्पिटल में काम करने वाले राशिद अहमद नाम के एक नर्सिंग अर्दली ने एक बुजुर्ग से शिकायतकर्ता से लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में मरीज के दाखिले के लिए पच्चीस हजार रुपये मांगे और मरीज को भर्ती भी करवा दिया. शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन ब्रांच को शिकायत करते हुए उसको गिरफ्तार करवा दिया है।

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बताया जा रहा है कि दिल्ली के गीता कॉलोनी के रहने वाले 62 वर्षीय शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन ब्रांच (Anti Corruption Branch) को शिकायत देते हुए बताया कि मुकेश कुमार नाम का एक व्यक्ति उनके यहां काम करने के लिए आया था और कंस्ट्रक्शन का काम करते हुए वह घायल हो गया. उसको एडमिट कराने के लिए वह कोशिश कर रहे थे तो लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में एडमिशन लेने से इनकार कर दिया और कहा कि उनके पास उस समय वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है. इसी दौरान राशिद अहमद नाम के एक व्यक्ति से उनकी बातचीत हुई, जिसने शिकायतकर्ता से एलएनजेपी अस्पताल (LNJP Hospital) में ही मरीज को दाखिल कराने के लिए 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. इसके बाद शिकायतकर्ता ने 10 हजार का बंदोबस्त कर आरोपी को दे भी दिए. लेकिन उसके बाद वह लगातार रिश्वत के बाकी के पैसे देने के लिए दबाव बनाने और शिकायतकर्ता को परेशान करने लगा।

इसके बाद 62 वर्षीय बुजुर्ग ने इस बात की जानकारी एंटी करप्शन ब्रांच को दी और कुछ वेरिफिकेशन करने के बाद एसीपी सुबोध कुमार के सुपरविजन में एक टीम का गठन किया गया. पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए जीबी पंत हॉस्पिटल में ट्रेस किया और राशिद अहमद रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

पकड़ाबताया जा रहा है कि पकड़ा गया दलाल राशिद अहमद है और यह पड़ोस के जीबी पंत हॉस्पिटल में काम करता था, लेकिन अपनी कमीशनखोरी वाली सेटिंग से LNJP Hospital में भी मरीजों का दाखिल करवाने का काम करता है. फिलहाल पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपी से पूछताछ की जा रही है, ताकि इस रिश्वतखोरी के खेल में शामिल और लोगों का पता लगाया जा सके और यह धंधा कितने बड़े पैमाने पर चलता है, इसका पता लगाया जा सके।