वरिष्ठ समाजसेवी को फर्जी जालसाज कंपनी ने बनाया अपना शिकार

in #cr2 years ago (edited)

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झांसी। जानी-मानी बीकानेर कंपनी की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर जालसाजों ने झाँसी महानगर के वरिष्ठ समाजसेवी संदीप सरावगी को अपना शिकार बना लिया। इन जालसाजों ने फ्रेंचाइजी देने के नाम पर समाजसेवी से 25 लाख रुपए से भी अधिक की राशि डकार ली। इतना ही नहीं, गाली-गलौज कर जान से मारने की भी धमकी दी गई। इस मामले को लेकर समाजसेवी ने आज पुलिस अफसरों को प्रार्थना पत्र देकर कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने का अनुरोध किया है। इस मामले में श्री रिद्धि सिद्धि कम्पनी, चंडीगढ़ और उसके प्रोपराइटर संतोष पैन्यूली पर आरोप लगा है।
संदीप कुमार सरावगी के अनुसार उनकी मुलाकात संतोष पैन्यूली नामक व्यक्ति से एक बिजनेस के सिलसिले में एक पार्टी में हुई थी। संतोष पैन्यूली ने अपना परिचय श्री रिद्धि सिद्धि नामक कम्पनी के प्रोपराइटर के रूप में दिया, जो श्री रिद्धि सिद्धि कम्पनी बीकानेर एक्सप्रेस कम्पनी की फ्रैन्चाइजी देने का काम करती है और उसकी पावर ऑफ आटोर्नी भी उसी के पास है। इसके बाद उनके व संतोष पैन्यूली के बीच झाँसी के नवाबाद थाना क्षेत्र अन्तर्गत नटराज मानसरोवर होटल में 4 अक्टूबर 2020 व 5 अक्टूबर 2020 में मुलाकात हुई, जिसमें श्री रिद्धि सिद्धि बीकानेर एक्सप्रेस के प्रोपराइटर व दो अज्ञात लोग थे। उन दोनों को संतोष पैन्यूली का पार्टनर बताया गया। दोनों ने अपने आप के चण्डीगढ़ का निवासी बताया। संदीप के अनुसार बातचीत के दौरान सभी ने उनके सामने व्यापारिक शर्ते रखी और कम्पनी की फ्रैन्चाइजी लेने के लिए बातौर एडवान्स 5,00,000/- पाँच लाख रूपये की बात की। संतोष पैन्यूली ने सन्दीप से साज सज्जा व बीकानेर एक्सप्रेस की वर्णित फर्नीचर आदि का निर्माण खुद उनके द्वारा व उसकी कम्पनी द्वारा किया जाना कहा। संजय पैन्यूली द्वारा फ्रैन्चाइजी फीस रू0 25,51,000/- पच्चीस लाख इक्यावन हजार रूपये की लागत बताई गई। यह भी कहा गया कि रिद्धि सिद्धि कम्पनी फ्रैन्चाइजी बीकानेर एक्सप्रेस होने वाले सम्पूर्ण लाभ पर दोनों, सन्दीप व श्री रिद्धि सिद्धि कम्पनी के प्रोपराइटर संतोष पैन्यूली द्वारा व्यापार में जो भी लाभ होगा उसमें बीकानेर एक्सप्रेस की कुल बिक्री का 15 प्रतिशत सन्दीप को दिया जायेगा और बीकानेर एक्सप्रेस फ्रैन्चाइजी के लिए जो भी जगह ली जायेगी, उसका किराया भी कम्पनी द्वारा ही दिया जायेगा। इसके एवज में श्री रिद्धि सिद्धि कम्पनी के प्रोपराइटर संतोष पैन्यूली द्वारा शुरूआती बातचीत के दौरान एक लाख की मांग की गयी, जिसे सन्दीप ने श्री रिद्धि सिद्धि कम्पनी के खाते, जो संतोष पैन्यूली द्वारा बताया गया, खाता न0. 259999999911 ईंड्सलैंड बैंक में 21 अगस्त 2020 को चेक सं0 452150 के माध्यम से रू0 100000/- एक लाख रूपये आरटीजीएस, दिनांक-17.03.2020 को चेक सं0-452149 के माध्यम से रू0 50,000/- पचास हजार रूपये आरटीजीएस किया। इसके बाद उपरोक्त संतोष पैन्यूली द्वारा उनसे समय समय पर फ्रैन्चाइजी तैयार करने के लिए और पैसो की मांग करता रहा, जिस पर उन्होंने विश्वास कर अपनी पत्नी के खाता सं0-4010849996 सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया ग्वालियर रोड, झाँसी से 22.10.2020 को चेक सं0-077971 से 6,00,000/- छः लाख रूपये व 28.10.2020 के चेक सं0-077972 से 5,00,000/- पाँच लाख रूपये व 29.10.2020 का चेक सं0-077973 से 5,00,000/- पाँच लाख रूपये व प्रार्थी ने अपने खाता सं0-3640745353 सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया ग्वालियर रोड, झाँसी से 12.10.2020 को चेक सं0-089707 से 1,01,000/- एक लाख एक हजार रूपये व 31.10.2020 को सं0-088566 से 1,50,000/- एक लाख पचास हजार रूपये आरटीजीएस किया व 5,50,000/- पाँच लाख पचास हजार रूपये नगद होटल में दिये, जहाँ साथ गये शिवम गुप्ता, राजू सेन भी थे। इस तरह श्री रिद्धि सिद्धि कम्पनी व उसके प्रोपराइटर संतोष पैन्यूली द्वारा सन्दीप से रू0 25,51,000/-पच्चीस लाख इक्यावन हजार रूपये प्राप्त कर लिए। संदीप के अनुसार उनके द्वारा श्री रिद्धि सिद्धि कम्पनी व उसके प्रोपराइटर को पेमेन्ट करने के काफी समय गुजर जाने के बाद भी बीकानेर एक्सप्रेेस का कोई काम शुरू नही हुआ तो कई बार संतोष पैन्यूली से सर्म्पक किया कि मैनें आपको पूरा पेमेन्ट कर दिया है और आपने आज तक बीकानेर एक्सप्रेस की फ्रैन्चाइजी का कोई काम शुरू नहीं किया। इस संतोष पैन्यूली झूठे आश्वासन देकर टालता रहा। गत दिनों उनके पास संतोष पैन्यूली का फोन आया कि हम आपसे बीकानेर एक्सप्रेस की फ्रैन्चाइजी के सम्बन्ध में बात करना चाहते है। तो सन्दीप ने उससे कहा कि या तो आप बीकानेर एक्सप्रेस फ्रैन्चाइजी का काम जल्द ही हमें सौंप दें या फिर हमारे 25,51,000/- पच्चीस लाख इक्यावन हजार रूपये हमें वापस कर दें। इसके बाद उक्त आरोपियों ने पैसा देने के बहाने 20 जनवरी को दिल्ली बुलाया। सन्दीप के अनुसार वह अपने निजी वाहन से दिल्ली पहुँचा, जहाँ करोल बाग में आरोपी ने मिलने बुलाया। वहाँ संतोष पैन्यूली तो नही मिला पर कुछ लोग गाड़ियों से पीछा करने लगे। इस पर वह किसी तरह से अपनी जान बचाकर झाँसी लौट आये। कुछ दिन बाद संतोष पैन्यूली व उसके साथियों का फिर से फोन आया और फोन पर ही गाली गलौज करते हुए कहा कि उनका कुछ नही बिगाड़ सकता। ऐसे तो कई एग्रीमेन्ट किये और उनके पैसे खाना ही हमारा पेशा है। जब उन्होंने कहा कि उन्होंने कर्ज लेकर पैसे दिए थे। अगर यह पैसा वापस नही मिला तो कहीं का नही रहेगा, लेकिन संतोष पैन्युली व उसके साथ आये अज्ञात दो व्यक्तियों ने एक न सुनी और कहा कि आज के बाद मुझसे या मेरी कम्पनी श्री रिद्धि सिद्धि से पैसो की मांग की तो तेरे पैसो का ही कुछ हिस्सा खर्च कर तुझे और तेरे परिवार को जान से मार कर फिकवा देगें। प्रार्थना पत्र में उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने का अनुरोध किया है।

रिपोर्ट राजीव दीक्षित,झांसी