विवाद ने लापता हरि सिंह का खोला राज

in #controversy2 months ago

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  • आरोपियों के विवाद ने लापता हरि सिंह का खोला राज
  • मृतक हरि सिंह तीन साल से था गुमशुदा, की जा रही थी तलाश
  • मृतक के बेटे को आरोपी ने बताया पिता की मौत का राज
  • जंगली जानवर के लिए बिछाए करंट से हुई थी मौत
  • मामले में संलिप्त 6 आरोपी हुए गिरफ्तार कर लिया रिमांड में

मंडला. विगत तीन वर्ष पहले बीजाडांडी के ग्राम मानिकसरा में जंगली जानवर का शिकार के लिए खेत में कंरट बिछाया गया था, जिससे जंगली जानवर का शिकार किया जा सके, लेकिन शिकार के लिए बिछाए गए करंट में अपने बड़े भाई के खेत जा रहे हरि सिंह निवासी मानिकसरा चपेट में आ गया। जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना को छुपाने के लिए आरोपियों ने घटना स्थल से करीब पांच किमी दूर कोसुमकोल भूरका जंगल में हरि सिंह के शव को दफना दिया। जिससे हरि सिंह का तीन साल तक पता नहीं चल सका। परिजन समेत पुलिस हरि सिंह की तीन साल से तालाश कर रही थी, लेकिन हरिं सिंह तो जंगल में दफन था। इस मामले में संलिप्त सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड में लिया गया है।

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जानकारी अनुसार विकासखंड बीजाडांडी अंतर्गत तीन साल पहले लापता हुए एक व्यक्ति पता चल गया। जिसकी जानकारी ग्राम पहटसरा निवासी लटकन सिंह उइके ने लापता व्यक्ति हरि सिंह 55 वर्ष के लड़के सुभाष चंद्र को बताई। लटकन सिंह ने बताया कि उसके पिता की मौत विगत तीन वर्ष पहले जंगली जानवर का शिकार करने के लिए खेत में बिछाए करंट से हो गई थी। जिसके बाद हरि सिंह को दूर ले जाकर दफना दिया गया। सुभाष चंद्र को लटकन सिंह की बात पर यकीन हुआ और उसने बीजाडांडी थाने में इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को निकलवाया गया। बीजाडांडी पुलिस ने गुमशुदा हरि सिंह की मृत्यु पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 202/2024 धारा 304, 201, 34 भादवि के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

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  • बड़े भाई के खेत जा रहा था हरि सिंह :
    विगत तीन वर्ष पहले 30 जनवरी 2021 को बीजाडांडी थाने पहुंच कर प्रार्थी सुभाष चंद्र पिता हरिसिंह कुलस्ते जाति गोंड 35 वर्ष निवासी मानिकसरा थाना बीजाडांडी मंडला मेें रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पिता हरिसिंह कुलस्ते 55 वर्ष जो 26 जनवरी 2021 की शाम करीब 07.30 बजे अपने घर से बड़े भाई के खेत की तरफ गये हुए थे। लेकिन पिता हरि सिंह लौटकर वापस नहीं आए। प्रार्थी की शिकायत पर बीजाडांडी थाने में गुम इंसान कायम कर हरिसिंह की तलाश शुरू की गई, लेकिन हरि सिंह का पता नहीं चल सका। विगत तीन वर्ष में हरि सिंह की पतासाजी जारी रही, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिल पाया।

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हरि सिंह का जीवित अवस्था का चित्र

  • विवाद ने खोल दिया लापता व्यक्ति का राज :
    कहते है कि जुर्म कितना भी छुपाने की कोशिश की जाए, लेकिन सच एक दिन सामने आ ही जाता है। ऐसा ही हुआ बीजाडांडी के ग्राम मानिकसरा से लापता हरि सिंह के मामले में भी। यहां छह व्यक्ति लापता हरि सिंह को कोसुमकोल भूरका के जंगल में गड्डा करके दफन कर दिये थे। इस राज से तब पर्दा उठा जब इन्हीं में से एक आरोपी ने इस राज से पर्दा उठाया। सूत्रों के अनुसार छह आरोपियों में लटकन सिंह शराब पीने का आदि था, जिसके कारण आरोपियों द्वारा लटकन सिंह के शराब की पूर्ति तीन साल से कर रहे थे, लेकिन अचानक लटकन सिंह का बाकी आरोपियों के साथ विवाद हो गया। विवाद के बाद विगत 09 जुलाई को ग्राम पहटसरा निवासी लटकन सिंह उइके ने गुम शुदा हरिसिंह के लड़के को उसके पिता के लापता होने का राज बता दिया। लटकन सिंह ने बताया कि उसके पिता की मौत तीन साल पहले ही हो गई है। उसने इस अपराध में संलिप्त सभी आरोपियों के बारे में बताया।

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  • कोसुमकोल भुरका जंगल में किया था दफन :
    लटकन सिंह ने बताया कि विगत तीन वर्ष पहले 26 जनवरी 2021 की रात्रि करीब 8 बजे हरि सिंह जंगली जानवर के लिए बिछाए गए करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। घटना दिनांक को हरि सिंह करंट बिछे मार्ग से ही खेत की तरफ जा रहा था। उस रास्ते में ठाकुर सिंह, छतरसिंह, चैतू उइके, मानसिंह कुशराम एवं रवि मरावी ने मसराम वाली नदी के ऊपर खेत में जंगली जानवर का शिकार करने के लिए हाईटेंशन तार बिछा रखे थे। करीब रात 8 बजे बिजली के तार में हरिसिंह बिछाये गये तारों की चपेट में आ गया और मौके पर ही हरिसिंह की मृत्यु हो गई थी। इस दौरान आरोपियों ने लटकन सिंह को भी बुला लिया और मृतक हरिसिंह के शव को घटना स्थल से करीब 5 किलोमीटर दूर कोसुमकोल भूरका के जंगल में आरोपियों ने मृतक हरि सिंह को दफना दिया।

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  • अधिकारी, कर्मचारियों को दिया जाएगा नगद पुरस्कार :
    बताया गया कि घटना की जानकारी वरिष्ट अधिकारियों को दी गई। जिस पर पुलिस अधीक्षक मंडला रजत सकलेचा, अति. पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा के आदेशानुसार, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पीएस वालरे के निर्देशन में टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम में थाना प्रभारी बीजाडांडी उपनिरीक्षक पंकज विश्वकर्मा, रामकिशोर माथरे, सहायक उपनिरीक्षक सूर्यवंशी, प्रधान आरक्षक शिवचरण वाकड़े, रविन्द्र मरावी, संतलाल उइके, आरक्षक प्रशान्त अवस्थी, जयसिंह मरावी, श्रवण पुडिय़ा, महेन्द्र मार्को, आलोक मरावी, नीरज वाकले, संदीप मेवाड़ा चालक आरक्षक विजय द्वारा सूचना की तस्दीक के लिए तत्काल रवाना हुए। बीजाडांडी पुलिस ने एसडीएम से विधिवत अनुमति लेकर लटकन की निशानदेही पर जंगल में दफन शव के लिए खुदाई कराई। जिसके बाद पुलिस ने नर कंकाल बरामद किया। गुमशुदा के बेटे सुभाष ने कंकाल के साथ मिले कपड़ों, जूतों की पहचान कर अपने पिता हरिसिंह की पहचान की। इस मामले में आरोपी लटकन सिंह उइके, ठाकुर सिंह, छतरसिंह, चैतू उइके, मानसिंह कुशराम एवं रवि मरावी को चौबिस घंटे के अन्दर गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों से पूछताछ कर पुलिस रिमाण्ड लिया गया। इस सराहनीय कार्य के लिये पुलिस अधीक्षक मंडला द्वारा अधिकारी, कर्मचारियो को नगद पुरूस्कार देने की निर्णय लिया गया।

  • इनकी रही सराहीन भूमिका :
    गुमशुदा हरि सिंह के खुलासे की कार्यवाही में थाना प्रभारी बीजाडांडी उपनिरीक्षक राम किशोर माथरे, पंकज विश्वकर्मा, सहायक उपनिरीक्षक छवि सूर्यवंशी, प्रधान आरक्षक शिवचरण वाकडे, रवीन्द्र मरावी, आरक्षक प्रशांत अवस्थी, चालक आरक्षक विजय छिरा, आरक्षक नीरज बाकले, आलोक मरावी, जय सिंह, संदीप मेवाडा की विशेष भूमिका रही।