झोलाछाप की दवा खाकर 11 वर्षीय रोहित की मौत, भाई-बहन जबलपुर रेफर

in #consuming5 months ago
  • अस्पताल चौकी पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
  • गाड़ासरई के सरकारी अस्पताल ले जाया गया था।
  • कुत्ता ने काटा था, दवा लेने के लिए कौडीया भेजा था।

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डिंडोरी:-गाड़ासरई के सुनहादादर में एक ही परिवार के तीन भाई बहन जंगली बूटी खाने से बीमार हो गए। हालत बिगड़ी तो गाड़ासरई के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 11 वर्षीय रोहित की इलाज के दौरान मौत हो गई। भाई-बहन रूपवती 13 वर्ष, मोनू 16 वर्ष की गंभीर हालत देखकर जिला अस्पताल से जबलपुर रेफर कर दिया है। अस्पताल चौकी प्रभारी केडी सोनवानी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

अस्पताल चौकी पुलिस को दिए बयान में उमेश सिंह मरावी ने बताया कि उसके घर की बकरी को शुक्रवार को एक कुत्ता ने काट दिया था। इलाज के लिए उसने झोलाछाप बुलाने के लिए अपने बड़े लड़के मोनू को ग्राम कौडीया भेजा था। वहां से झोलाछाप आसाराम को बुलाकर लाया। झोलाछाप ने एक जंगली जड़ी को पीसकर रस निकाला और उसे बकरी को पिला दिया था, बाकी जड़ी को रखने को दे दिया था। दोपहर लगभग 12 बजे झोलाछाप ने बोला कि घर के सभी लोग थोड़ा-थोड़ा खा लो। इसके बाद उमेश, उसकी पत्नी अमरवती व तीनों बच्चों रोहित 11 वर्ष, रूपवती 13 वर्ष, मोनू 16 वर्ष ने जंगली जड़ी को थोड़ा-थोड़ा खा लिया। थोड़ी देर बाद तीनों बच्चों की तबीयत खराब होने लगी और उल्टियां भी हुईं। 108 वाहन को फोन कर बुलाया गया और तीनों बच्चों को गाड़ासरई के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। यहां से उन्हें 108 एम्बुलेंस से ही जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। शुक्रवार की रात लगभग सवा 10 बजे के आसपास रोहित की इलाज के दौरान मौत हो गई।