एकतरफा प्यार में मुंबई से कुशीनगर तक पीछा, युवती के परिवार को फंसाने के लिए पड़ोसी महिला की हत्या

in #conspiracy2 years ago

Wortheum news:: _1666968044.webp

एकतरफा प्यार में बाधक बने युवती के पिता और भाइयों को फंसाने के लिए युवक ने खौफनाक साजिश रची। लेकिन इस साजिश में खुद ही फंस गया और विधवा महिला की हत्या में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अयोध्या के युवक ने रामकोला थाना क्षेत्र के पपउर ग्रामसभा के मेहंदीगंज में 30 वर्षीय विधवा महिला की जान ले ली थी। महिला की हत्या करने के बाद लाश के बगल में उसी गांव के रहने वाले युवती के पिता और भाइयों का नाम लिख दिया था। 27 सितंबर की रात हुई इस हत्याकांड का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

एएसपी रितेश कुमार सिंह ने बताया कि रामदास पुत्र रघु निवासी मेहंदीगंज एक वर्ष पहले मुंबई में अपने पूरे परिवार के साथ रहकर बिल्डिंग बनवाने का काम करता था। अयोध्या जनपद के थाना इनायतनगर के गांव गहनो सिहारन बारून बाजार निवासी प्रवीण उर्फ प्रदीप पाल भी उनके साथ ही काम करता था। प्रवीण रामदास की लड़की से प्यार करने लगा और वह उससे बार-बार मिलने का प्रयास करता था।

उसकी इस हरकत से परेशान होकर रामदास परिवार को लेकर मेहंदीगंज आकर रहने लगा। प्रवीण लड़की पर घर से भागकर उससे शादी करने का दबाव बनाता था। ऐसा न करने पर उसके पूरे परिवार को फंसाने की धमकी देता था। 27 सितंबर को प्रवीण मेहंदीगंज पहुंचा था और रामदास के परिवार को फंसाने के उद्देश्य से उसने घर में अकेली मौजूद विधवा पूजा की लोहे की रॉड से वार कर हत्या कर दी। उसने घटनास्थल पर रामदास और उसके बेटों का नाम लिख दिया था। सर्विलांस टीम की मदद से रामकोला पुलिस ने प्रवीण को धर्मसमधा मंदिर के समीप से गिरफ्तार कर लिया।

बहन अंजू के साथ रहती थी पूजा

मारी गई महिला पूजा पति की मौत के बाद अपने दो मासूम बच्चों पांच वर्षीय शिवम व दो वर्षीय सुंदरम के अलावा अपनी 20 वर्षीय बहन अंजू के साथ मेहंदीगंज में रहती थी। 27 सितंबर को पूजा की बहन अंजू दोनों बच्चों को लेकर रामकोला थाना क्षेत्र के ही कुस्महा (पूजा के मायके) गई थी और रात हो जाने के कारण वापस नहीं आ सकी। पूजा घर पर अकेली थी।

रात में ही धारदार हथियार से सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी गई। सुबह गांव की ही एक लड़की उसके घर गई तो देखा कि पूजा मृत अवस्था में बिस्तर पर पड़ी थी। किसी ने इसकी सूचना रामकोला पुलिस को दी। रामकोला एसएचओ नीरज राय मौके पर पहुंच गए। पूजा के पिता कांता प्रसाद की तहरीर पर पुलिस ने उसकी सास ज्ञान्ति देवी के अलावा ससुराल पक्ष के लीलावती देवी, रामक्यास, भगवती व महेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।

मुंबई से कर रहा था लड़की का पीछा, कई बार आया उसके गांव

रामकोला थाने की लॉकअप में सलाखों के पीछे खड़े प्रवीण ने बताया कि जनवरी 2021 में उसकी पहचान रामदास की पुत्री से मुंबई में हुई थी। रामदास का पूरा परिवार वहीं रहता था। वह उसकी लड़की से प्यार करने लगा। इसी बीच रामदास अपने गांव मेहंदीगंज चला आया। वह लड़की से मिलने के लिए मेहंदीगंज आता रहता था।

प्रवीण के अनुसार घटना वाले दिन शाम करीब 7 बजे वह मेहंदीगंज पहुंचा और रात में पूजा की हत्या कर लाश के बगल में रामदास और उसके बेटों का नाम लिख दिया। वहां से भागकर वह मिश्रौली पहुंचा और एक डीसीएम के सहारे पडरौना होते हुए गोरखपुर गया। वहां सुबह करीब 6 बजे ट्रेन पकड़कर मुंबई रवाना हो गया। वहां कुछ दिनों तक कार्य किया और पहले का बकाया मजदूरी लेकर वह वापस आ गया।

उसके बाद फिर लड़की से मिलने मेहंदीगंज पहुंच गया। उस दिन उसके परिवार वालों ने उसे देख लिया और उसकी पिटाई कर दी। वह वापस अपने गांव चला गया और पिटाई का बदला लेने के लिए 20 अक्तूबर को फिर मेहंदीगंज आया। चौराहे पर एक दुकानदार से एक लीटर पेट्रोल खरीदा और लड़की के घर पहुंच गया। उसने कपड़ों और बिस्तर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी और भाग निकला। एसएचओ नीरज राय के अनुसार इसकी जानकारी जब रामदास ने उन्हें दी तो उन्होंने रामदास से ही प्रवीण का नम्बर मांगा। प्रवीण की लोकेशन ट्रेस करवाई जिससे पूजा की हत्या के मामले में भी उस पर शक हुआ।