कोल्ड वॉर के बीच राहुल गांधी का इशारा:सवाल सुनकर भाग गए नेताजी, एक सर्वे ने उड़ाई नींद

in #congress2 years ago

सत्ताधारी पार्टी में सियासत और कोल्ड वॉर के बीच हर महीने कोई न कोई नया नरेटिव बनता और बिगड़ता रहता है। सत्ता खेमे को लेकर जब भी कोई नया फैसला लेने पर चर्चा शुरू होती है तो दिल्ली में कुछ ऐसा हो जाता है कि सब बदल जाता है।

पिछले साल भर में कई बार ऐसा हो चुका है। जुलाई-अगस्त में बहुत कुछ बदलने की चर्चाएं थीं, लेकिन बीच में ईडी आ गया। इस बीच प्रदेश के मुखिया का खराब तबीयत के बीच अचानक दिल्ली जाकर महंगाई विरोधी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के साथ नजर आना भी सियासी हलकों में पहेली बना हुआ है। एक महीने के अंतराल में दोनों बड़े नेताओं को महत्व देने के इन संकेतों से तो यही माना जा रहा है कि शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का फाॅर्मूला ही चलने के आसार हैं।Screenshot_2022-08-06-11-12-34-56.pngकोल्ड वॉर के बीच राहुल गांधी का इशारा:सवाल सुनकर भाग गए नेताजी, एक सर्वे ने उड़ाई नींद
जयपुरएक घंटा पहलेलेखक: गोवर्धन चौधरी

हर शनिवार पढ़िए और सुनिए- ब्यूरोक्रेसी और राजनीति से जुड़े अनसुने किस्से
सत्ताधारी पार्टी में सियासत और कोल्ड वॉर के बीच हर महीने कोई न कोई नया नरेटिव बनता और बिगड़ता रहता है। सत्ता खेमे को लेकर जब भी कोई नया फैसला लेने पर चर्चा शुरू होती है तो दिल्ली में कुछ ऐसा हो जाता है कि सब बदल जाता है।

पिछले साल भर में कई बार ऐसा हो चुका है। जुलाई-अगस्त में बहुत कुछ बदलने की चर्चाएं थीं, लेकिन बीच में ईडी आ गया। इस बीच प्रदेश के मुखिया का खराब तबीयत के बीच अचानक दिल्ली जाकर महंगाई विरोधी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के साथ नजर आना भी सियासी हलकों में पहेली बना हुआ है। एक महीने के अंतराल में दोनों बड़े नेताओं को महत्व देने के इन संकेतों से तो यही माना जा रहा है कि शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का फाॅर्मूला ही चलने के आसार हैं।

  • Dainik Bhaskar
    सवाल सुनकर ही भाग गए मंत्री

सत्ताधारी पार्टी के मंत्रियों के कामकाज पर जब से कुछ विधायकों ने सवाल उठाने शुरू किए हैं, कुछ मंत्रियों से जवाब देते नहीं बन रहे हैं। पूर्वी राजस्थान के एक विधायक ने अपने कॉम्पिटिटर मंत्री पर कई आरोप लगाए, लेकिन जब मंत्री से जवाब पूछा तो वे नौ दो ग्यारह हो गए।

ऐसा कई मौकों पर हो गया। इसी तरह सरकार के प्रभावशाली मंत्री पर सियासी संकट में साथ निभाने वाले चर्चित मंत्री ने अलाइनमेंट बिगड़ने के आरोप लगाए, जब प्रभावशाली मंत्री से इस पर रिएक्शन मांगा गया तो उन्होंने भी पलायन करना ही उचित समझा। सवाल छोड़कर कोई ऐसे ही नहीं भागता, कोई तो बात है। दिल्ली कूच की तैयारी में जी-6 के विधायक
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कोल्ड वॉर के बीच राहुल गांधी का इशारा:सवाल सुनकर भाग गए नेताजी, एक सर्वे ने उड़ाई नींद
जयपुरएक घंटा पहलेलेखक: गोवर्धन चौधरी

हर शनिवार पढ़िए और सुनिए- ब्यूरोक्रेसी और राजनीति से जुड़े अनसुने किस्से
सत्ताधारी पार्टी में सियासत और कोल्ड वॉर के बीच हर महीने कोई न कोई नया नरेटिव बनता और बिगड़ता रहता है। सत्ता खेमे को लेकर जब भी कोई नया फैसला लेने पर चर्चा शुरू होती है तो दिल्ली में कुछ ऐसा हो जाता है कि सब बदल जाता है।

पिछले साल भर में कई बार ऐसा हो चुका है। जुलाई-अगस्त में बहुत कुछ बदलने की चर्चाएं थीं, लेकिन बीच में ईडी आ गया। इस बीच प्रदेश के मुखिया का खराब तबीयत के बीच अचानक दिल्ली जाकर महंगाई विरोधी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के साथ नजर आना भी सियासी हलकों में पहेली बना हुआ है। एक महीने के अंतराल में दोनों बड़े नेताओं को महत्व देने के इन संकेतों से तो यही माना जा रहा है कि शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का फाॅर्मूला ही चलने के आसार हैं।

  • Dainik Bhaskar
    सवाल सुनकर ही भाग गए मंत्री

सत्ताधारी पार्टी के मंत्रियों के कामकाज पर जब से कुछ विधायकों ने सवाल उठाने शुरू किए हैं, कुछ मंत्रियों से जवाब देते नहीं बन रहे हैं। पूर्वी राजस्थान के एक विधायक ने अपने कॉम्पिटिटर मंत्री पर कई आरोप लगाए, लेकिन जब मंत्री से जवाब पूछा तो वे नौ दो ग्यारह हो गए।

ऐसा कई मौकों पर हो गया। इसी तरह सरकार के प्रभावशाली मंत्री पर सियासी संकट में साथ निभाने वाले चर्चित मंत्री ने अलाइनमेंट बिगड़ने के आरोप लगाए, जब प्रभावशाली मंत्री से इस पर रिएक्शन मांगा गया तो उन्होंने भी पलायन करना ही उचित समझा। सवाल छोड़कर कोई ऐसे ही नहीं भागता, कोई तो बात है।

दिल्ली कूच की तैयारी में जी-6 के विधायक

  • Dainik Bhaskar
    सरकार के ट्रबल शूटर बने जी-6 से जुड़े विधायक राष्ट्रपति चुनावों के बाद से ही बेचैन होने लगे हैं। अब जैसे-जैसे चुनावी समय नजदीक आ रहा है, रह-रह कर पुराने कमिटमेंट याद दिलाने पड़ रहे हैं। राज्यसभा और राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब इन विधायकों के पास प्रेशर बनाने का एक ही हथियार बचा है दिल्ली कूच।

अगले सप्ताह जी-6 से जुड़े विधायक दिल्ली जाकर हाईकमान के नजदीकी नेताओं से मिलने की तैयारी में हैं। विदेश गए तीन विधायक 12 अगस्त को लौट रहे हैं, बाकी जयपुर से चले जाएंगे। जी-6 में एक निर्दलीय विधायक भी एंट्री कर रहे हैं। अब ट्रबल शूटर से ट्रबल क्रिएटर का किरदार ही कुछ सियासी लाभ दिला सकता है, बाकी उम्मीद कम ही है।

गोपनीय सर्वे से सीएम फेस के दावेदारों में चिंताएंScreenshot_2022-08-06-11-14-26-94.pngकोल्ड वॉर के बीच राहुल गांधी का इशारा:सवाल सुनकर भाग गए नेताजी, एक सर्वे ने उड़ाई नींद
जयपुरएक घंटा पहलेलेखक: गोवर्धन चौधरी

हर शनिवार पढ़िए और सुनिए- ब्यूरोक्रेसी और राजनीति से जुड़े अनसुने किस्से
सत्ताधारी पार्टी में सियासत और कोल्ड वॉर के बीच हर महीने कोई न कोई नया नरेटिव बनता और बिगड़ता रहता है। सत्ता खेमे को लेकर जब भी कोई नया फैसला लेने पर चर्चा शुरू होती है तो दिल्ली में कुछ ऐसा हो जाता है कि सब बदल जाता है।

पिछले साल भर में कई बार ऐसा हो चुका है। जुलाई-अगस्त में बहुत कुछ बदलने की चर्चाएं थीं, लेकिन बीच में ईडी आ गया। इस बीच प्रदेश के मुखिया का खराब तबीयत के बीच अचानक दिल्ली जाकर महंगाई विरोधी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के साथ नजर आना भी सियासी हलकों में पहेली बना हुआ है। एक महीने के अंतराल में दोनों बड़े नेताओं को महत्व देने के इन संकेतों से तो यही माना जा रहा है कि शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का फाॅर्मूला ही चलने के आसार हैं।

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    सवाल सुनकर ही भाग गए मंत्री

सत्ताधारी पार्टी के मंत्रियों के कामकाज पर जब से कुछ विधायकों ने सवाल उठाने शुरू किए हैं, कुछ मंत्रियों से जवाब देते नहीं बन रहे हैं। पूर्वी राजस्थान के एक विधायक ने अपने कॉम्पिटिटर मंत्री पर कई आरोप लगाए, लेकिन जब मंत्री से जवाब पूछा तो वे नौ दो ग्यारह हो गए।

ऐसा कई मौकों पर हो गया। इसी तरह सरकार के प्रभावशाली मंत्री पर सियासी संकट में साथ निभाने वाले चर्चित मंत्री ने अलाइनमेंट बिगड़ने के आरोप लगाए, जब प्रभावशाली मंत्री से इस पर रिएक्शन मांगा गया तो उन्होंने भी पलायन करना ही उचित समझा। सवाल छोड़कर कोई ऐसे ही नहीं भागता, कोई तो बात है।

दिल्ली कूच की तैयारी में जी-6 के विधायक

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    सरकार के ट्रबल शूटर बने जी-6 से जुड़े विधायक राष्ट्रपति चुनावों के बाद से ही बेचैन होने लगे हैं। अब जैसे-जैसे चुनावी समय नजदीक आ रहा है, रह-रह कर पुराने कमिटमेंट याद दिलाने पड़ रहे हैं। राज्यसभा और राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब इन विधायकों के पास प्रेशर बनाने का एक ही हथियार बचा है दिल्ली कूच।

अगले सप्ताह जी-6 से जुड़े विधायक दिल्ली जाकर हाईकमान के नजदीकी नेताओं से मिलने की तैयारी में हैं। विदेश गए तीन विधायक 12 अगस्त को लौट रहे हैं, बाकी जयपुर से चले जाएंगे। जी-6 में एक निर्दलीय विधायक भी एंट्री कर रहे हैं। अब ट्रबल शूटर से ट्रबल क्रिएटर का किरदार ही कुछ सियासी लाभ दिला सकता है, बाकी उम्मीद कम ही है।

गोपनीय सर्वे से सीएम फेस के दावेदारों में चिंताएं

  • Dainik Bhaskar
    विपक्षी पार्टी का कैडर भले मजबूत हो, लेकिन सीएम फेस का कॉम्पिटिशन कई बार नया ही नरेटिव बना देता है। विपक्षी पार्टी में इन दिनों सीएम फेस वाले नेताओं की लोकप्रियता के एक गोपनीय सर्वे की खूब चर्चा हो रही है।

इस सर्वे के नतीजों ने सीएम फेस के सभी नए दावेदारों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस बीच जानकार यह भी कह रहे हैं कि इस तरह के सर्वे चलते रहते हैं, सीएम फेस दावेदार और सीएम बनने में काफी फर्क होता है, इसलिए चुनाव तक कई समीकरण बनेंगे-बिगड़ेंगे।

आपसी टकराव में फाइलों की स्पीड पर लग गए ब्रेक

शहरों के विकास की जिम्मेदारी संभालने वाले विभाग के निदेशालय और राजधानी की प्रभावशाली अथॉरिटी दोनों ही जगह के रोचक किस्से बाहर आ रहे हैं। शहरों वाले निदेशालय में अफसरों के आपसी टकराव का असर फाइलों और आदेशों में दिख रहा है। मंत्री के खास एक अफसर बाकी को तवज्जो नहीं देते। ऐसा ही हाल राजधानी के प्राधिकरण का है, जहां इन दिनों फाइलों के ढेर लगने शुरू हो गए हैं। फैसले लेने में देरी के पीछे अफसरों के बीच कोल्ड वॉर को बताया जा रहा है।Screenshot_2022-08-06-11-15-14-07.pngरिटायरमेंट के बाद भी बना दिया जिले का चीफ

तबादला सीजन में नेताओं की सिफारिश क्या-क्या गलतियां नहीं करवा देती। अब सत्ताधारी विधायक की डिजायर हो तो उसके मुताबिक काम भी करना है, जिसके नाम की बड़ी सिफारिश हो तो उसे बड़ा पद देना ही है, यह रिवाज सा बन गया है।

सिफारिश मानने के चक्कर में स्वास्थ्य विभाग ने एक रिटायर्ड डॉक्टर को मेवाड़ के जिले में सीएमएचओ बना दिया गया। जब गलती का अहसास हुआ तो आनन फानन में उस तबादला ऑर्डर को बदलना पड़ा। अब बड़ी-बड़ी सिफारिशेों पर छोटी मोटी गलतियां तो हो ही जाती हैं।