साक्षी के आंसू के पीछे 2 साल की लड़ाई, 2 जूनियर्स से हारीं

in #commonwelth2 years ago

Commonwealth Games 2022: साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने लगातार तीसरे कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीता. लेकिन बर्मिंघम उनके लिए खास रहा. वे यहां पहली बार गोल्ड मेडल जीतने में सफल हुई हैं.
नई दिल्ली. साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता. वे बर्मिंघम गेम्स में महिला कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली पहलवान हैं. 29 साल की इस कुश्ती खिलाड़ी पर पिछले 2 साल काफी भारी रहे. वे अपने से जूनियर खिलाड़ी सोनम मलिक और मनीषा से हार गईं थीं. सोनम 2020 में टोक्यो ओलंपिक में उतरीं, जबकि मनीषा ने एशियन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. साक्षी का रिकॉर्ड हालांकि कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा रहा है. यह उनका यहां ओवरऑल तीसरा मेडल है. इससे पहले उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट में ब्रॉन्ज और 2014 में ग्लासगाे में सिल्वर पर कब्जा किया था.

साक्षी मलिक ने 62 किग्रा वेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता. गेम्स के लिए चुने जाने के बाद उन्होंने कहा था कि बहुत से लोगों ने मुझे मेरे खराब रिजल्ट के कारण खेल छोड़ने के लिए कहा था. इस कारण मुझे काफी दुख हुआ था. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास था कि अगर मैं अपनी ट्रेनिंग में अच्छा करती हूं और अपने कोचों की बात सुनती हूं, तो यह बुरा दौर जल्द ही खत्म हो जाएगा. मुझे यह भी याद नहीं है कि पिछली बार मैंने टीम के साथ कब इवेंट में हिस्सा लिया था.
एशियन चैंपियनशिप में दूसरी कैटेगरी में उतरीं
साक्षी मलिक पिछले साल एशियन चैंपियनशिप में 65 किग्रा वेट कैटेगरी में उतरी थीं. वे फरवरी में टर्कीं में हुई इंटरनेशनल सीरीज में उतरीं, लेकिन क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं. यहां वे अपने खर्चें पर शामिल हुई थीं. कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रायल में ट्रायल में साक्षी मलिक ने फाइनल में मनीषा को 7-4 से हराया था. इससे पहले उन्होंने सोनम को 8-1 से मात दी थी. इसके बाद कहा कि दोनों को हराना संतोषजनक रहा. उन्होंने हाल ही में मुझे बहुत बार हराया था.

मनोवैज्ञानिक तक की मदद लेनी पड़ी
साक्षी मलिक ने गेम्स में जाने से पहले कहा था कि ट्रेनिंग के दौरान मुझे नेगेटिव बातों को अपने दिमाग से निकालना था. उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल मेरे लिए सबसे कठिन समय था. मैं मानसिक रूप से लगातार संघर्ष कर रही थी. इसलिए मैंने एक मनोवैज्ञानिक से सलाह ली, जिसने मुझे डेली रूटीन लिखने के लिए कहा. साक्षी ने बताया कि इन छोटे कदमों से मुझे फायदा मिला.

ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पहली महिला
साक्षी मलिक ने 2016 में रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपना नाम इतिहास में दर्ज कराया था. वे ऐसा करने वाली पहली बार भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं. वे एशियन चैंपियनशिप में एक सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं. इसके अलावा 2010 में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज अपने नाम किया था. अब उनकी नजर आने वाले इंटरनेशनल इवेंट पर होगी. 2024 में ओलंपिक भी है.

Sort:  

https://wortheum.news/@kunalagrawal#
👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻
Sir/Ma'am please follow me and like my post.🙏🏻🙏🏻