भारतीय हॉकी टीम ऑस्ट्रेलिया से बुरी तरह हारी, आख़िरी दिन भारत ने जीते चार गोल्ड

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बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा है. फ़ाइनल मैच में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के हाथों 0-7 से हारी. इस एकतरफ़ा फ़ाइनल में कभी ऐसा नहीं लगा कि भारतीय हॉकी टीम गोल्ड जीत सकती है.

ऑस्ट्रेलिया ने पहले मिनट से ही जो आक्रमण शुरू किया, वो लगातार जारी रहा. एक-एक करके ऑस्ट्रेलिया की टीम गोल करती रही और भारत के खिलाड़ी कुछ नहीं कर पाए. हाफ़ टाइम तक ऑस्ट्रेलिया की टीम 5-0 से आगे थी. वो भी ऐसे समय में जब भारत के गोलकीपर श्रीजेश ने कई गोल बचाए.

भारत ने आख़िरी दिन चार गोल्ड मेडल जीता. शुरुआत महिलाओं की बैडमिंटन प्रतियोगिता से हुई. पीवी सिंधु ने महिलाओं की सिंगल्स में गोल्ड जीता. इसके बाद लक्ष्य सेन ने भारत को पुरुष सिंगल्स में गोल्ड दिलाया.

बैडमिंटन में ही पुरुष डबल्स में सात्विक रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने भी गोल्ड जीता. जबकि टेबल टेनिस में 16 साल बाद सिंगल्स में अचंता शरत कमल ने भी स्वर्ण पदक जीता. इसके अलावा टेबल टेनिस में ही भारत के साथियन ने कांस्य पदक जीता. इस राष्ट्रमंडल खेल में भारत ने वेटलिफ़्टिंग, कुश्ती, बैडमिंटन, टेबल टेनिस और एथलेटिक्स में भी अच्छा प्रदर्शन किया.

लॉन बॉल में भी भारत को एक गोल्ड और एक सिल्वर मिला. निशानेबाज़ी को शामिल न किए जाने के कारण भारत के पदकों की संख्या कम ज़रूर हुई. लेकिन कई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया. बर्मिंघम में भारत ने 61 पदक जीते हैं, जिनमें 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 कांस्य पदक हैं.