कॉलेज प्रबंधक ने चेंबर में बुलाकर दो छात्राओं से की छेड़छाड़, कहा - "तुम भारतीय नहीं

in #college3 days ago

मऊ 16 सितम्बरः(डेस्क) मुहम्मदाबाद गोहना में इंटर कॉलेज प्रबंधक पर छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोप

-6186223482023558305_121.jpg

गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली क्षेत्र में एक इंटर कॉलेज प्रबंधक पर दो दसवीं कक्षा की छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। पीड़िताओं के पिता ने आरोप लगाया है कि प्रबंधक ने अलग-अलग समय पर दोनों छात्राओं को बुलाकर उनसे कहा कि "तुम भारतीय नहीं, विदेशी लगती हो"। इसके बाद उन्होंने छात्राओं से छेड़छाड़ की।

पीड़िताओं के पिता ने मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली में प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी प्रबंधक के खिलाफ धारा 354 (महिलाओं पर अभद्र हमला), 506 (आपराधिक धमकी) और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

पीड़ित छात्राओं का बयान
पीड़िताओं के अनुसार, प्रबंधक ने उन्हें अलग-अलग समय पर बुलाकर उनसे कहा कि "तुम भारतीय नहीं, विदेशी लगती हो"। इसके बाद उन्होंने छात्राओं से छेड़छाड़ की। छात्राओं ने बताया कि वह घटना से काफी परेशान हैं और उन्हें कॉलेज आने में भी दिक्कत हो रही है।

पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी प्रबंधक के खिलाफ धारा 354 (महिलाओं पर अभद्र हमला), 506 (आपराधिक धमकी) और एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।

समुदाय में आक्रोश
इस घटना से समुदाय में काफी आक्रोश है। लोगों ने आरोपी प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और प्रशासन से न्याय की मांग की है।

अन्य मामले
इससे पहले भी गाजीपुर जिले के नामचीन कान्वेंट स्कूल के प्रबंधक पर सातवीं कक्षा की छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। इस मामले में भी प्रशासन ने कार्रवाई की थी।

इसके अलावा, मऊ जिले के मुहम्मदाबाद गोहना तहसील क्षेत्र के दौंसलेपुर गांव में सरकारी दस्तावेजों के साथ खिलवाड़ करने का मामला भी सामने आया है। यहां पर लोगों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लिया।

निष्कर्ष
यह घटना बच्चों के साथ होने वाले यौन शोषण और छेड़छाड़ के मामलों में वृद्धि को दर्शाती है। स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। साथ ही, आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।