डीएम ने मिट्टी के बर्तन बनाने वाले उदय राम को दिया 5000 का चैक,बारिश में घुल गए थे मिट्टी के बर्तन

IMG-20221013-WA0012.jpgउत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के त्योहारी सीज़न के चलते मिट्टी के बर्तन बनाने वाले मजदूर उदय राम द्वारा बिक्री के लिए तैयार किये गए मिट्टी के बर्तन बारिश में घुल जाने से काफी नुकसान हुआ है। मिट्टी के बर्तन बनाने को लेकर हुए इस नुकसान के चलते उदय राम ने अलीगढ़ के जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर डीएम से मुलाकात कर अपना दर्द बयां किया था। जिसके बाद मिट्टी के बर्तन बनाने वाले मजदूर की दर्द भरी दास्तां सुनते ही जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के द्वारा उस मिट्टी के बर्तन बनाने वाले मजदूर उदय राम को 5000 रुपए का चेक वितरित किया गया है। आपको बताते चलें कि अलीगढ़ के जिला अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के द्वारा उनके द्वार पर पहुंचकर मदद की गुहार लगाने वाले गरीब तबके के लोगों को जिलाधिकारी द्वारा मायूस कर उनको अपने द्वार से कभी खाली हाथ नहीं लौटने दिया हैं। जिला अधिकारी के द्वारा गरीब तबके के लोगों के लिए किए जा रहे परोपकार के कार्यों को देख जिले के अंदर हर समय प्रशंसा होती रहती है।
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आपको बताते चलें कि मीडिया लोकतंत्र में चौथे स्तंभ का स्थान रखती है। इसी के चलते मीडिया को समाज का आईना भी कहा गया है।जिसके चलते डीएम ने एक खबर का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार वर्मा को निर्देशित किया कि वह बारिश से प्रभावित मिट्टी के बर्तन बनाने वाले मजदूर उदयराम के घर जाकर इस मामले की सच्चाई और उसकी वास्तविकता की जांच करें। जिसके बाद जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाने वाले मजदूर व्यक्ति के गोविंद नगर मोहल्ले के अंकित पते पर पहुंच कर नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार वर्मा ने मिट्टी के बर्तन बनाने वाले प्रजापति समाज के उदय राम से बातचीत कर उनका पारिवारिक स्थिति को लेकर हाल जाना गया। जिसके बाद मजदूर की वास्तविकता को देखते हुए नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार वर्मा ने बारिश से प्रभावित मजदूर व्यक्ति को जिलाधिकारी विक्रम सिंह के सम्मुख कलक्ट्रेट में पेश किया गया। दिवाली व अन्य त्योहारी सीज़न के चलते उदय राम द्वारा बिक्री के लिए तैयार किए गए मिट्टी के बर्तन कई दिन हुई बेमौसम मूसलाधार बारिश में घुल जाने के चलते उसका काफी नुकसान हुआ है।

जिसके बाद जिला मजिस्ट्रेट इंद्र विक्रम सिंह ने मजदूर उदय राम से बातचीत कर उसको हरसंभव मदद का अस्वाशन देते हुए ढांढ़स बंधाया गया। तो वहीं मिट्टी के बर्तन बनाने वाले मजदूर उदय राम ने कहा कि उसको मिट्टी के बर्तन बनाने का कार्य विरासत में मिला है। जिससे वह 1500 से 2000 रुपए प्रति महीना कमा अपना और अपने परिवार का पालन पोषण लेते हैं। लेकिन अभी दिवाली के त्योहारी सीजन के चलते उसने काफ़ी मेहनत कर बडी मात्रा में मिट्टी के बर्तन और दीये बनाये गए थे। लेकिन बेमौसम बरसात ने उनके सारे अरमानों को मिट्टी के बर्तनों सहित उसके और उसके अरमानों को बरसात के पानी ने धो दिया। जबकि उसके द्वारा बनाए गए मिट्टी के बर्तन और दीये अभी पके भी नहीं थे। बर्तन और दिये कच्चे होने के कारण बारिश के पानी में घुल गए। जिसके चलते उसके मजदूर परिवार पर आर्थिक संकट आ पड़ा है।

जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने मजदूर उदय राम की दर्द भरी पीड़ा सुनते ही आर्थिक समस्या का निराकरण करने के लिए नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार वर्मा से लोकवाणी मद से 5000 का चैक तैयार कराकर पीड़ित मजदूर की आर्थिक मदद की गई। इतना ही नहीं डीएम ने मजदूर की मदद करते हुए उसको अपने शासकीय वाहन से उदय राम को उनके घर गोविंद नगर पहुंचाया गया। 5000 की धनराशि का चैक पाकर उदय राम ने डीएम इंद्र विक्रम सिंह की कार्यकुशलता की तारीफों के पुल बांधे गए।