किसान की चालाकी से छूटे लेखपाल के पसीने...रिश्वत देते हुए बनाया वीडियो;

आगरा 16 अगस्त : (डेस्क) किसान ने लेखपाल को जमीन के कुरा बंटवारे में मदद के लिए डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत दी थी। रिश्वत देने के बाद भी काम नहीं हुआ तो किसान ने ये वीडियो वायरल कर दिया।

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Image credit :- amar ujala

मथुरा के मांट में एक लेखपाल द्वारा किसान से रिश्वत लेते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह घटना 14 फरवरी को हुई, जब किसान मेघराज सिंह ने लेखपाल को बुलाया और रिश्वत देने का प्रयास किया। वीडियो में स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि लेखपाल पैसे लेते हुए नजर आ रहा है, जिसे किसान ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद, प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। उप जिला मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है। यह कदम रिश्वतखोरी के खिलाफ प्रशासन की सख्त नीति को दर्शाता है।

किसान मेघराज सिंह ने बताया कि वह अपनी फसल के लिए आवश्यक कागजात के लिए लेखपाल के पास गए थे, लेकिन लेखपाल ने उनसे पैसे की मांग की। जब उन्होंने रिश्वत देने का प्रयास किया, तो उन्होंने यह सब रिकॉर्ड कर लिया, जिससे यह वीडियो बन गया।

वीडियो के वायरल होने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं और इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं।

इस मामले में आगे की जांच की जा रही है, और प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना दर्शाती है कि कैसे तकनीक का उपयोग करके लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं और प्रशासन को जवाबदेह बना सकते हैं।

किसान और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इससे अन्य भ्रष्ट अधिकारियों में भी डर पैदा होगा।

इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित किया है कि समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता बढ़ रही है और लोग अब अपने अधिकारों के लिए खड़े हो रहे हैं। ऐसे वीडियो और घटनाएं न केवल भ्रष्टाचार को उजागर करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि लोग अब इस मुद्दे पर चुप नहीं रहेंगे।

मथुरा के इस मामले ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रशासन को भी चाहिए कि वह इस तरह के मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करे ताकि लोगों का विश्वास बना रहे।

किसान मेघराज सिंह की चतुराई ने न केवल उन्हें बल्कि पूरे समुदाय को एक नई दिशा दी है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में आगे क्या कदम उठाता है और क्या यह घटना अन्य भ्रष्ट अधिकारियों के लिए एक चेतावनी बनती है।

इस प्रकार के घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि समाज में बदलाव लाने के लिए जागरूकता और तकनीक का सही उपयोग आवश्यक है। लोग अब अपने अधिकारों के लिए खड़े हो रहे हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

इस वीडियो ने न केवल मथुरा बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में एक चर्चा का विषय बना दिया है। लोग इसे एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देख रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि इससे भ्रष्टाचार के खिलाफ और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।

इस घटना ने यह भी दिखाया है कि कैसे एक साधारण नागरिक की चतुराई और साहस से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। अब यह जिम्मेदारी प्रशासन की है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए।

कुल मिलाकर, मथुरा के मांट में हुई यह घटना एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि कैसे समाज में बदलाव लाने के लिए हर व्यक्ति की भूमिका होती है। यह घटना न केवल एक किसान की चतुराई को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि प्रशासन को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

आगे आने वाले समय में, यह देखना होगा कि क्या यह घटना अन्य क्षेत्रों में भी लोगों को प्रेरित करेगी कि वे अपने अधिकारों के लिए खड़े हों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं।