उदयपुर हत्या कांड एनआईएस जांच
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उदयपुर हत्याकांड की आधिकारिक तौर पर जांच अपने हाथ में लेने के एक दिन बाद दो मुख्य आरोपियों मुहम्मद रियाज और गौस मुहम्मद को हिरासत में ले लिया है।
शनिवार तड़के एनआईए की टीम राजस्थान के अजमेर स्थित हाई सिक्योरिटी जेल पहुंची और दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया। उन्हें अब भारी सुरक्षा घेरे में जयपुर ले जाया जा रहा है।
इस बीच, खुफिया सूत्रों के हवाले से इंडिया टुडे ने खुलासा किया है कि मुहम्मद रियाज़ और ग़ौस मुहम्मद को पाकिस्तान स्थित आकाओं द्वारा ट्रेंड किया गया था, जिनकी पहचान सलमान हैदर और अबू इब्राहिम के रूप में की गई है। सूत्रों ने कहा कि पैगंबर के बारे में नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर विवाद के मद्देनजर हैदर और इब्राहिम दोनों आरोपियों को एक बड़ा हमला करने के लिए उकसा रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक, मुहम्मद रियाज और घोष मुहम्मद कथित तौर पर आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए आरडीएक्स जैसे विस्फोटकों की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दोनों ने 'कुछ बड़ा करने' की बात की थी।
दर्जी कन्हैया लाल का मंगलवार को मुहम्मद रियाज़ और ग़ौस मुहम्मद द्वारा सिर काट दिया गया था, जिन्होंने अपराध का एक भयानक वीडियो ऑनलाइन पोस्ट किया था। दोनों आरोपियों को वारदात के कुछ घंटे बाद राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया गया।
सूत्रों ने कहा कि दोनों आरोपियों के पाकिस्तान स्थित धार्मिक आंदोलन दावत-ए-इस्लामी से संबंध थे।
कड़े गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है और एनआईए द्वारा राजस्थान पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते और विशेष अभियान समूह (एसओजी) के समर्थन से इसकी जांच की जा रही है।
शुक्रवार को उदयपुर की एक अदालत ने हत्या का मामला एनआईए को सौंप दिया। इस मामले में अब तक तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है और 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।