चित्रकूट में यमुना के बाढ़ से 12 गांवों का संपर्क कटा

चित्रकूट 15 सितंबर:(डेस्क)मऊ/राजापुर, चित्रकूट में यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचने से नदी किनारे के गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, यमुना का खतरे का निशान 92 मीटर है, और वर्तमान में बाढ़ का पानी इस निशान से केवल दो मीटर नीचे है।

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बाढ़ की स्थिति
यमुना नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। कई गांवों में पानी भरने से स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रास्तों पर पानी भर जाने के कारण आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है, जिससे लोगों को दैनिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रशासन की कार्रवाई
जिला प्रशासन ने इस स्थिति से निपटने के लिए मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है, विशेषकर उन लोगों को जो बाढ़ के संभावित प्रभाव वाले क्षेत्रों में रहते हैं। प्रशासन ने बाढ़ के पानी से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की योजना बनाई है, ताकि लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके।

संभावित खतरें
बाढ़ के पानी के बढ़ने से कई स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि जलजनित बीमारियाँ। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में चेतावनी जारी की है और लोगों को स्वच्छ पानी का उपयोग करने की सलाह दी है।

निष्कर्ष
यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने से चित्रकूट के कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। इस स्थिति में स्थानीय निवासियों को सहयोग और सहायता की आवश्यकता है, ताकि वे इस संकट से सुरक्षित निकल सकें।