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चित्रकूट 12 सितंबर:(डेस्क)चित्रकूट में जिला मजिस्ट्रेट शिवशरणप्पा जीएन ने उद्योग बंधु समिति की बैठक आयोजित की, जिसमें व्यापारियों की समस्याओं और विकास योजनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि व्यापारियों की ऋण की फाइलों को बैंक बेवजह लंबित नहीं रखना चाहिए। यह निर्देश व्यापारियों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त करने में आसानी होगी।

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उद्योग बंधु समिति की बैठक
बैठक में विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए। डीएम ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जिले में 284 एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) हुए थे, जो कि जिले के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इन एमओयू के माध्यम से विभिन्न उद्योगों को जिले में स्थापित करने का कार्य तेजी से किया जाएगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

ऋण की फाइलों का लंबित रहना
डीएम शिवशरणप्पा ने इस बात पर जोर दिया कि व्यापारियों को ऋण प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ऋण की फाइलों को समय पर निपटाएं और किसी भी प्रकार की अनावश्यक देरी से बचें। यह कदम व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वित्तीय सहायता के बिना वे अपने व्यवसाय को आगे नहीं बढ़ा सकते।

इको टूरिज्म को बढ़ावा
डीएम ने इको टूरिज्म को बढ़ाने के लिए भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि जो एमओयू इको टूरिज्म के क्षेत्र में हस्ताक्षर किए गए हैं, उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को सक्रियता से काम करने की आवश्यकता है। इको टूरिज्म न केवल पर्यावरण संरक्षण में मदद करेगा, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए भी आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत बनेगा।

स्थानीय व्यापारियों की प्रतिक्रिया
बैठक के दौरान उपस्थित व्यापारियों ने डीएम के निर्देशों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यदि बैंक समय पर ऋण प्रदान करते हैं, तो वे अपने व्यवसाय को बढ़ाने और नए रोजगार सृजन में सक्षम होंगे। व्यापारियों ने यह भी कहा कि इको टूरिज्म के विकास से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

निष्कर्ष
चित्रकूट में उद्योग बंधु समिति की बैठक ने स्थानीय व्यापारियों के लिए एक नई उम्मीद जगाई है। डीएम शिवशरणप्पा जीएन के निर्देशों से स्पष्ट होता है कि प्रशासन व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है और उन्हें समाधान प्रदान करने के लिए तत्पर है। ऋण की फाइलों को समय पर निपटाने और इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के प्रयासों से जिले में उद्योगों का विकास होगा, जो अंततः स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
इस प्रकार, यह बैठक न केवल व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जिले के समग्र विकास के लिए भी एक सकारात्मक कदम है। प्रशासन की सक्रियता और व्यापारियों की मेहनत मिलकर चित्रकूट को एक विकसित और समृद्ध क्षेत्र बनाने में सहायक सिद्ध होगी।