चीन से तनाव के बीच समर्थन करने पर ताइवान ने भारत सहित 50 देशों का जताया आभार

in #china2 years ago

ताइवान ने रविवार को कहा कि वह भारत सहित सभी समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा.
ताइपे. अमेरिका की प्रतिनिधिसभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की हाल की ताइवान यात्रा के बाद चीन ने ताइवान के प्रति सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है. साथ ही उसके आसपास के क्षेत्रों में युद्ध अभ्यास भी शुरू कर दिया है. वहीं अमेरिका सहित कई देश ताइवान के समर्थन में आ गए हैं. इसी कड़ी में ताइवान ने रविवार को कहा कि वह भारत सहित सभी समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा. ताकि नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को संयुक्त रूप से संरक्षित किया जा सके बता दें कि अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की स्व-शासित द्वीप की यात्रा के बाद ताइवान स्ट्रेट में तनाव के मद्देनजर यह बयान आया.ताइवान ने कहा कि वह दुनिया भर के देशों के साथ दोस्त बनाने और संबंध बनाए रखने का हकदार है. बयान में कहा गया है कि हाल ही में ताइवान पर लक्षित विभिन्न प्रकार के सैन्य रुख के चीन के जानबूझकर तीव्र होने से ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता गंभीर रूप से बाधित हुई है. साथ ही यह भी कहा गया है, ‘आरओसी (ताइवान) की सरकार भारत सहित 50 से अधिक देशों की कार्यकारी शाखाओं और सांसदों के प्रति ईमानदारी से आभार व्यक्त करना चाहती है, जिन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने, तनाव कम करने, यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने का आह्वान किया है.’ वहीं ताइवान संकट के बाद भारत ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में शुक्रवार को कहा कि कई अन्य देशों की तरह भारत भी हालिया घटनाक्रम को लेकर चिंतित है तथा क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने वाली एकतरफा कार्रवाई करने से दूर रहने का आह्वान करता है.उड़ाए और ताइवान जलडमरूमध्य में सैन्य अभ्यास किया है. चीन ने आगाह किया है कि अमेरिका को उसकी गलतियों की कीमत चुकानी होगी. इस बारे में प्रश्न पूछने पर बागची ने कहा, ‘‘ कई अन्य देशों की तरह भारत भी हालिया घटनाक्रम को लेकर चिंतित है.’’ उन्होंने कहा कि हम क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने वाली एकतरफा कार्रवाई करने से दूर रहने व संयम बरतने का अनुरोध करते हैं.
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