छत्तीसगढ़ से आए हाथियों के दल ने ग्रामीण को कुचला, लकवाग्रस्त होने के कारण भाग नहीं पाया था
छत्तीसगढ़ की सीमा में स्थित जिले के पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत किन्द्रा बहरा गांव निवासी 50 वर्षीय ग्रामीण को हाथियों के दल ने कुचल दिया। मौके में ही संबंधित ग्रामीण नन्दू पिता ईतवारी बैगा की मौत हो गई। बताया गया कि लकवाग्रस्त होने के कारण नंदू भाग नहीं पाया।जानकारी में बताया गया कि छत्तीसगढ़ के जंगलों से सात हाथियों का झुंड एक बार फिर डिंडौरी जिले की सीमा में प्रवेश कर गया है। मंगलवार की देर शाम हाथियों के झुंड ने पंडरीपानी वन ग्राम के पास किन्द्रा बहरा गांव में एक ग्रामीण को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। जानकारी में बताया गया कि इसी गांव के आसपास अभी भी जंगलों में हाथियों का झुंड घूम रहा है। यहां धान सहित अन्य फसल को नुकसान भी हाथियों ने पहुंचाया है।गौरतलब है कि विगत एक वर्ष से जिले में लगातार हाथियों का आना बना हुआ है। जागरूकता के अभाव में कई लोग इसके शिकार हो रहे हैं। वन विभाग के जिम्मेदारों पर भी लापरवाही बरतने के आरोप लग रहे हैं। दो माह पहले भी डिंडोरी वन परिक्षेत्र के न्यूसा गांव के पास भी हाथियों के झुंड ने एक ग्रामीण को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था। लगातार हाथी डिंडौरी जिले में हिंसक हो रहे हैं। घरों को तोड़फोड़ करने के साथ यहां रखे अनाज को भी खा रहे हैं। धान की फसल पक कर तैयार है, ऐसे में हाथियों की आवक एक बार फिर बढ़ गई है। बताया गया कि वन विभाग के जिम्मेदार हाथियों के आने की जानकारी भी आसपास के गांव के लोगों को नहीं देते। ऐसे में लोग सतर्क भी नहीं हो पाते और इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं।
wortheum Like, comment and follow the news of all the friends connected in me and go ahead