ठगी के मामले में शेर अली जाफरी ने चार राज्यों में 11 कॉलेज खोले, खुसरो अस्पताल में भी फर्जीवाड़ा

बरेली 16 सितम्बरः(डेस्क)बरेली में फर्जी डिग्री बांटने के आरोपी शेर अली जाफरी की गतिविधियाँ तेजी से बढ़ी हैं। जानकारी के अनुसार, जाफरी ने चार राज्यों में 11 कॉलेज खोले हैं, जिनमें बरेली मंडल के सभी जिलों के साथ-साथ उत्तराखंड, दिल्ली और राजस्थान में भी संस्थान शामिल हैं। इन कॉलेजों की पहचान नकल के लिए बदनाम होने के कारण हुई है।

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शेर अली जाफरी का तरीका

जाफरी ने अमीर खुसरो को आदर्श मानकर भावनात्मक रूप से लोगों को जोड़ने का प्रयास किया। उसने जहां भी कॉलेज खोला, वहां का नाम "खुसरो नगर" रख दिया। अपने कॉलेजों में वह अपने करीबी लोगों को प्राचार्य बनाता था और स्थानीय लोगों को शिक्षक की नौकरी देकर रोजगार देने का दावा करता था। इन स्थानीय शिक्षकों ने कमीशन पर छात्रों का एडमिशन कराया और नकल के माध्यम से छात्रों को अच्छे नंबर दिलाने के नाम पर वसूली की जाती थी।

रुहेलखंड विश्वविद्यालय में सेटिंग के चलते जाफरी के कॉलेजों को आसानी से संबद्धता मिल जाती थी, जिससे उसके धंधे को बढ़ावा मिला। अब एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) उसकी गतिविधियों की जांच कर रही है और उसके गुर्गों पर शिकंजा कसने की संभावना है।

आंवला में नया संस्थान

जाफरी के खुसरो ट्रस्ट ने आंवला के इस्माइलपुर में न्यू खुसरो फार्मेसी इंस्टीट्यूट खोला है, जहां डीफार्मा के लिए एडमिशन लिए गए हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि कितने छात्रों ने यहां एडमिशन लिया है और कितने छात्र वास्तव में डीफार्मा का कोर्स कर रहे हैं। इस संस्थान से जुड़े लोग भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।

यूपीएससी और नीट की तैयारी

शेर अली जाफरी, जो इंग्लिश में एमए पास है, छात्रों को यूपीएससी और नीट की तैयारी कराता था। उसने खुसरो अस्पताल के नीचे "केएम क्लासेस" नाम से एक कोचिंग सेंटर खोला था, जहां वह खुद क्लास लेते थे। इस कोचिंग में आने वाले अधिकांश छात्र उसके ही कॉलेजों से होते थे। अब इस कोचिंग की भी जांच शुरू हो गई है।

गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई

हाल ही में, जाफरी और उसके बेटे फिरोज अली जाफरी को गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने 379 छात्रों को फर्जी डी-फार्मा डिग्री देकर लगभग 4 करोड़ रुपये ठग लिए। छात्रों द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कार्रवाई की और चार मुकदमे दर्ज किए गए।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी साउथ मानुष पारीक ने एसआईटी का गठन किया था, जिसने जाफरी से पूछताछ करने के बाद उसे गिरफ्तार किया। अब पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है और मामले की जांच जारी है।