अपहरण के मामले में चार आरोपित गिरफ्तार, पुलिस ने भेजा जेल

in #cg2 years ago

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कबीरधाम जिले में हाई प्रोफाइल अपहरण का मामला सामने आया है। इस मामले में रविवार को चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल इसी साल मई माह में हुए अपहरण के मामले में कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर इन आरोपितों की तलाश कर रही थी।
जिन्हे गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं मामले में पुलिस का दावा है कि आरोपितों के डर के कारण पीड़ित सामने नहीं आ रहा था। पीड़ित के बेटे समेत दो लोगों की 11-12 मई की रात में अपहरण किया गया था। वहीं इस मामले में करीब तीन माह बाद एफआईआर दर्ज की गई है।
एक लाख रुपये की मांग थी फिरौती

ज्ञात होकि कोतवाली थाना से मिली जानकारी अनुसार मई माह में पीड़ित बिसन लाल साहू (47)कबराटोला, बिरसा, जिला बालाघाट के बेटे दीपक साहू व उसके दो दोस्त अमन टाडिया और जयराम घुमने के लिए सरोदा बांध गए थे।
11-12 मई की रात को आरोपित कामू बैगा, रोशन बघेल, सिद्दू साहू, नीरज शर्मा ने तीनों का अपहरण कर लिया। इसके बाद दीपक साहू के पिता से एक लाख रुपये की फिरौती मांगी। वहीं डर के कारण बिसन ने करीब 65 हजार रुपये समेत अन्य राशि दे दी। इसके बाद सभी को छोड़ा गया। पुलिस ने थाना में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 34, 342, 364, 365, 384, 394 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पूरी घटना की चल रही जांच

पीड़ित ने अपने आवेदन में बताया कि आरोपितों ने उनके बेट का सामान भी लूटा है। इसके अंतर्गत स्मार्ट वाच, चांदी का कड़ा, पर्स में रखे नगद राशि समेत अन्य सामान शामिल है। पूरा घटना सरोदा रोड़ में ही हुआ है। हालांकि पुलिस की अभी भी विवेचना जारी है। विवेचना के बाद और भी पहलु निकलकर सामने आएंगे। इस बड़े हाई प्रोफाइल मामले में चर्चा है कि पूरी घटना में मुख्य आरोपित कामू बैगा एक समाज में पूर्व अध्यक्ष से जुड़ा हुआ था।

राजनीतिक षड्यंत्र का दावा

इधर मामले के बाद अब सामाजिक तौर पर राजनीति भी शुरू हो गई है। दरअसल बीते कुछ माह से कामू बैगा की पहचान कई मुद्दों में सामने आ रहीं थी। इसी बीच कामू बैगा अब अपहरण समेत अन्य गंभीर अपराध के मामले में गिरफ्तार हो गए है। वहीं दूसरी ओर इसे राजनीतिक षड्यंत्र बता रहे है। कई कार्यक्रमो में कामू ने बताया भी था कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा सकता है और आखिर में वही हुआ।

प्रकरण में चारो आरोपित के खिलाफ कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है। मामला मई माह का है। पीड़ित ने अपने आवेदन में बताया है कि आरोपियों के डर के कारण वह सामने नहंी आ रहा था। लेकिन आवेदन के बाद कार्रवाई की गई है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इस पूरे प्रकरण में हमारी जांच जारी है।

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