आपसी बैर, द्वेश भाव को छोड़ समाज को संगठित रहना चाहिए
- श्रीराम चरितमानस भेंट कर मनाई संत वाल्मीकि जन्मोत्सव
- शरद पूर्णिमा संत बाल्मिकी जी जन्मोत्सव पर बिछिया मे हुई सामाजिक समरसता गोष्टी
- बिछिया में हुई शुरुआत, आगामी कार्यक्रम की बनीं योजना
मंडला। बिछिया में महर्षि बाल्मिकी जन्मोत्सव के अवसर पर कछवाहा सामाजिक समरसता संगोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य रूप मंडला भागीरथ सेवा विकास परिवार के कार्य अध्यक्ष अजय कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम में भारत माता एवं महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ संतोष मारुं वश ने किया। संगोष्ठी में चर्चा के बाद बीएसवीपी अध्यक्ष अजय कुमार ने कहां कि समाज को बिना किसी भेदभाव ओर बिना किसी आपसी बैर या द्वेश भाव को समाप्त कर समाज को संगठित रहना चाहिये। सामाजिक समरसता को स्थापित कर सामाज में हम सभी को एकता का परिचय देने की आवश्यकता है। सामाज में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति अपने है, ऐसा हमारा अपनत्व का भाव सामाज में स्थापित होना चाहिये।
समाज में शिक्षा का स्तर मजबूत कर सामाज के प्रत्येक व्यक्ति को विकसित करने की आवश्यकता है। विभिन्न महापुरुषों एवं संतो का उदाहरण देते हुए बीएसवीपी अध्यक्ष अजय कुमार ने संगोष्ठी के माध्यम से अपनी बात रखी। कार्यक्रम के बाद सामाजिक वंधुओं को श्रीराम चरितमानस भेंट किया गया। कार्यक्रम में रजनीश मारुवंश, आयुष डोंगे, साहिल लहोरिया, शीतल कुमार कछवाहा, संतोष मारुवंश, सुरेश, समद, विवेक मेहदेले, शिव मारुवंश, अनुराग अधिकार, सकून मारकर, अशोक मारकर, कांता मारुवंश, मीना मारुवंश, किरण मारुवंश, सोमा अधिकार, मीना, रानू सिपाही, प्रिया मारुवंश, रीतू मारुवंश, अनीता समद, दीपक मारुवंश, हरिशंकर अधिकार, निशा मारुवंश, झम्मू मारुवंश, अंकित मारुवंश, सरोज मारुआ समेत अन्य लोग मौजूद रहे।