भाषा नहीं, हमारी संस्कृति व संस्कार की महत्वपूर्ण कड़ी है हिंदी

बलरामपुर 15 सितंबर : (डेस्क) जिलेभर में हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला गया।बच्चों ने भाषण और चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से हिंदी के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और संस्कार की महत्वपूर्ण कड़ी है।

1000050705.jpg

बलरामपुर में शनिवार को हिंदी दिवस के अवसर पर जिलेभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर बच्चों ने भाषण और चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से हिंदी के प्रति अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों ने अपनी रचनात्मकता और भाषाई कौशल का प्रदर्शन किया। भाषण प्रतियोगिता में बच्चों ने हिंदी भाषा की विशेषताओं, उसकी समृद्धि और संस्कृति में उसकी भूमिका पर जोर दिया। चित्रकला प्रतियोगिता में, बच्चों ने हिंदी भाषा और संस्कृति से संबंधित विभिन्न कलाकृतियाँ बनाईं, जो उनकी कल्पनाओं और विचारों को दर्शाती थीं।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और संस्कारों की महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने बताया कि हिंदी भाषा ने भारतीय समाज को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया है और यह हमारी पहचान का एक अभिन्न हिस्सा है। वक्ताओं ने यह भी कहा कि हिंदी का प्रचार-प्रसार करना हम सभी की जिम्मेदारी है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इस भाषा की समृद्धि को समझ सकें।

इस आयोजन में स्थानीय विद्यालयों के छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। विद्यालयों के प्राचार्यों और शिक्षकों ने बच्चों को प्रोत्साहित किया और इस तरह के आयोजनों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए सीखने का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का भी मौका देते हैं।

हिंदी दिवस के इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि हिंदी भाषा को केवल एक विषय के रूप में नहीं, बल्कि एक संस्कृति के रूप में देखना चाहिए। यह हमारी पहचान और हमारे मूल्यों को संरक्षित करने का माध्यम है।

इस प्रकार, बलरामपुर में हिंदी दिवस का आयोजन सफल रहा, जिसमें बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और हिंदी के महत्व को समझा। यह कार्यक्रम हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसे संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।