आठ रेलवे स्टेशनों पर 230 सीसी कैमरे लगाए जाएंगे।

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बलिया 18 सितम्बरः (डेस्क)बलिया में शराब तस्करी की समस्या एक गंभीर मुद्दा बन चुकी है, खासकर यूपी-बिहार सीमा पर। हाल ही में इस क्षेत्र में शराब तस्करी के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है। जब सड़क मार्ग पर निगरानी बढ़ी, तो तस्करों ने ट्रेन के माध्यम से शराब की खेप बिहार भेजना शुरू कर दिया।

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रेलवे की नई पहल
इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बलिया जिले के आठ छोटे और बड़े रेलवे स्टेशनों पर 230 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह कदम न केवल शराब तस्करी पर नकेल कसने के लिए है, बल्कि यात्री सुरक्षा और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर भी नियंत्रण पाने के लिए है।

नियंत्रण कक्ष
इन सभी सीसीटीवी कैमरों का नियंत्रण बलिया स्टेशन के कंट्रोल रूम, वाराणसी और गोरखपुर जोन मुख्यालय से किया जाएगा। बलिया स्टेशन पर कंट्रोल रूम पहले से ही तैयार है, जिससे रेलवे पुलिस को त्वरित कार्रवाई करने में सहायता मिलेगी।

तस्करी का बढ़ता नेटवर्क
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद, विभिन्न प्रदेशों से शराब की तस्करी जारी है। चंदौली जैसे क्षेत्रों में पुलिस ने हाल ही में बड़ी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी थी, जो हरियाणा से बिहार ले जाई जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में कई तस्करों को गिरफ्तार किया है और शराब की कीमत करोड़ों में आंकी गई है।

निष्कर्ष
इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि यूपी-बिहार सीमा पर शराब तस्करी एक संगठित अपराध बन चुका है, जिसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। रेलवे द्वारा उठाए गए कदम इस दिशा में एक सकारात्मक प्रयास हैं, लेकिन इसके साथ ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन को भी अपनी कार्यवाही को और सख्त करने की जरूरत है।