लोक अदालत में 94287 वादों का हुआ निस्तारण

in #cases4 days ago

कुशीनगर 15 सितंबर : (डेस्क) पडरौना में शनिवार को हुआ आयोजन 94287 वादों का किया गया निस्तारण अलग-अलग न्यायालयों से आए मामले

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पडरौना में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न न्यायालयों के 94,287 वादों का निस्तारण किया गया, जो कि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। लोक अदालत का उद्देश्य न्याय की सुलभता को बढ़ावा देना और लंबित मामलों का त्वरित समाधान करना है।

आयोजन का उद्देश्य

राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हर साल किया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के विवादों का निस्तारण किया जाता है। यह अदालतें विशेष रूप से उन मामलों पर ध्यान केंद्रित करती हैं जो न्यायालयों में लंबित हैं या जिनका निपटारा अदालत के बाहर किया जा सकता है। यह प्रक्रिया न केवल न्यायालयों पर बोझ कम करती है, बल्कि लोगों को जल्दी और सस्ता न्याय भी प्रदान करती है।

वादों का निस्तारण

इस बार के आयोजन में 94,287 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें दीवानी, आपराधिक और अन्य प्रकार के मामले शामिल थे। यह संख्या दर्शाती है कि लोक अदालतों की प्रक्रिया कितनी प्रभावी है और कैसे यह न्याय प्रणाली में सुधार ला सकती है।

समाज में जागरूकता

इस आयोजन के माध्यम से लोगों में न्याय के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने स्थानीय समुदाय को इस प्रक्रिया के महत्व के बारे में बताया, ताकि अधिक से अधिक लोग अपने विवादों का समाधान लोक अदालतों के माध्यम से कर सकें।

निष्कर्ष

राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन न्याय की सुलभता और त्वरित निस्तारण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल न्यायालयों के कार्यभार को कम करता है, बल्कि समाज में न्याय के प्रति विश्वास को भी बढ़ाता है। इस प्रकार के आयोजनों की निरंतरता से न्याय प्रणाली में सुधार और अधिक प्रभावी बन सकती है।