मुस्लिम महिला के मकान खरीदने पर मोहल्ला छोड़ने के पोस्टर, अब सौहार्द की अपील
बरेली 1 सितम्बरः(डेस्क)बरेली के पंजाबपुरा क्षेत्र की हिंदू बस्ती में एक मुस्लिम परिवार द्वारा मकान खरीदने के बाद उत्पन्न विवाद अब समाप्त हो गया है। पहले मोहल्ला छोड़ने के पोस्टर लगाने वाले स्थानीय निवासियों ने अब सौहार्द बनाए रखने की बात की है। वहीं, मुस्लिम परिवार ने भी मकान का स्वामित्व बदलने के लिए सहमति जताई है।
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विवाद की शुरुआत
पंजाबपुरा किला थाना क्षेत्र की यह घनी बस्ती लगभग सवा सौ हिंदू परिवारों की है, जबकि इसके चारों ओर मुस्लिम बाहुल्य इलाके हैं। 12 जुलाई को बस्ती के निवासी विशाल सक्सेना ने अपना मकान शबनम नाम की महिला को बेच दिया था। इस बैनामे की जानकारी कुछ दिन बाद तब हुई जब शबनम के परिजन मकान देखने पहुंचे। इसके बाद बस्ती के लोग प्रदर्शन करने लगे और मोहल्ला छोड़ने के पोस्टर लगाए गए।
प्रशासन की कार्रवाई
मामला बढ़ता देख पुलिस-प्रशासन ने हस्तक्षेप किया। दोनों पक्ष के संभ्रांत लोगों को एकत्रित कर बातचीत की गई। इस बातचीत के बाद समझौता हुआ, जिसके तहत मकान की दोबारा बिक्री की बात सामने आई।
वन राज्यमंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी मिली थी और उन्होंने दोनों पक्षों को आपसी सुलह समझौते से निपटने की सलाह दी थी।
स्थानीय नेताओं की भूमिका
वरिष्ठ अधिवक्ता अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि गुपचुप बैनामा कराने से बस्ती के लोगों में संशय था, लेकिन अब दूसरे पक्ष ने भरोसा दिलाया है, जिससे कोई शिकवा नहीं है।
वार्ड 66 बजरिया पूरनमल के पार्षद संजय रॉय ने भी मामले में कहा कि पंजाबपुरा उनके निर्वाचन क्षेत्र में आता है। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों से बातचीत की गई है और सभी सौहार्द बनाए रखने पर सहमत हैं।
मुस्लिम परिवार की प्रतिक्रिया
मकान क्रेता शबनम के भतीजे रेहान बशीरी ने कहा कि यह बस्ती बशीर मियां दरगाह के सामने है और सभी लोग एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ रहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि मकान खरीदने के पीछे कोई गलत मंशा नहीं थी और उनका परिवार किसी राजनीति में नहीं पड़ना चाहता।