"परिवहन मंत्री का बयान: ड्राइवर-कंडक्टर जितनी चलाएंगे बस, उतनी मिलेगी प्रोत्साहन राशि"

in #buseslast month

लखनऊ 13 अगस्त: (डेस्क)उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि राज्य के ड्राइवर और कंडक्टर को उनकी द्वारा चलाए गए बसों के आधार पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मंत्री ने स्पष्ट किया कि जितनी अधिक दूरी ड्राइवर और कंडक्टर बसों को चलाएंगे, उतनी ही प्रोत्साहन राशि उन्हें मिलेगी। यह पहल राज्य में सार्वजनिक परिवहन सेवा को बेहतर बनाने और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई है।

yapa-radavaja-bsa_7b4bab77e33585faf97fac9260399dc7.jpegImage credit : Amar Ujala

प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य ड्राइवरों और कंडक्टरों को उनकी मेहनत के अनुसार उचित इनाम प्रदान करना है। इससे न केवल उनका मनोबल बढ़ेगा, बल्कि यह सार्वजनिक परिवहन में सुधार लाने में भी सहायक होगा। मंत्री ने कहा कि यह योजना कर्मचारियों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति और अधिक जागरूक बनाएगी, जिससे वे बेहतर सेवा देने के लिए प्रेरित होंगे।

योजना की विस्तृत जानकारी

परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रोत्साहन राशि की गणना बसों द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर की जाएगी। उदाहरण के लिए, यदि कोई ड्राइवर या कंडक्टर अधिक किलोमीटर चलाता है, तो उसे अधिक प्रोत्साहन राशि मिलेगी। यह योजना केवल ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए नहीं, बल्कि पूरे परिवहन विभाग के लिए लाभकारी साबित होगी।

कर्मचारियों की प्रतिक्रिया

इस घोषणा के बाद, परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। कई ड्राइवरों और कंडक्टरों ने कहा कि यह योजना उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि इससे उनकी आय में भी वृद्धि होगी, जो उनके परिवारों के लिए फायदेमंद साबित होगी।

सुरक्षा और सेवा में सुधार

मंत्री ने यह भी कहा कि इस योजना के माध्यम से न केवल कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाएगा, बल्कि यह यात्रियों की सुरक्षा और सेवा में भी सुधार लाने में मदद करेगी। जब ड्राइवर और कंडक्टर अधिक जिम्मेदारी से काम करेंगे, तो यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।

भविष्य की योजनाएँ

परिवहन मंत्री ने आगे कहा कि यह योजना केवल शुरुआत है। भविष्य में, सरकार और भी कई प्रोत्साहन योजनाएँ लाने की योजना बना रही है, जो सार्वजनिक परिवहन को और अधिक प्रभावी बनाएंगी। इसके तहत नई तकनीकों का उपयोग, बेहतर प्रशिक्षण कार्यक्रम और कर्मचारियों के लिए अन्य लाभ भी शामिल होंगे।