भगवान परशुराम किसी धर्म जाति के आराध्य ही नहीं बल्कि वे समस्त मानव के आराध्य हैं - राकेश मित्तल
बुलंदशहर। भगवान परशुराम का जन्म वैशाख मास के तृतीया तिथि को प्रदोष काल में हुआ था। भगवान परशुराम को भगवान विष्णु के छठे स्वरूप माना जाता है। भारत विकास परिषद बुलंदशहर गौरव शाखा द्वारा अक्षय तृतीया एवं परशुराम जयंती के उपलक्ष में अंसारी रोड माता मंदिर पर शाखा सदस्य मूलचंद शर्मा व राजबाला शर्मा द्वारा भगवान परशुराम एवं हनुमान जी पर माला अर्पण कर दीप जलाकर हनुमान चालीसा पाठ का प्रारंभ किया गया। सह सचिव राकेश गोयल द्वारा हनुमान चालीसा के उपरांत भजन प्रस्तुत कर कार्यक्रम को अत्यधिक रसमय बना दिया l कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों ने
हनुमान जी की आरती कर प्रसाद ग्रहण किया l कार्यक्रम में अध्यक्ष राकेश मित्तल ने कहा कि भगवान परशुराम किसी धर्म जाति वर्ण या वर्ग विशेष के आराध्य ही नहीं बल्कि वे समस्त मानव मात्र के आराध्य हैं।
राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि भगवान परशुराम सनातन संस्कृत के वैभव को बढ़ाने का कार्य किया है। भगवान परशुराम ने एक युद्ध में 21 प्रजा शोषक, धर्मांध, और आताताई राजाओं का संहार किया था। सचिव दिनेश गोयल कोषाध्यक्ष विजय गोयल यह महिला संयोजिका अनु गर्ग जी कार्यक्रम संयोजक पंकज बंसल व रंजना बंसल , सुशील कुमार गर्ग , एस के गोयल, नवीन गर्ग , अरुणा गर्ग , श्री पंकज गर्ग , पंकज सिंघल , राजेंद्र कुमार अग्रवाल , सुरेंद्र गोयल , श्तन गोयल , श्री मनोज गोयल , श्रीमती मंजू कंसल एवं कार्यक्रम संयोजक पंकज बंसल आदि उपस्थित रहे।
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