विधायकों से दोगुना ग्राम पंचायतों का विकास कार्यों का बजट

in #budget5 days ago

बागपत 14 सितंबर : (डेस्क) विधायकों को हर साल 15 करोड़ रुपये का बजट मिल रहा है, जबकि ग्राम पंचायतों को 30 करोड़ से अधिक का बजट।इसके बावजूद, प्रधान और पंचायत सचिव बजट का सही तरीके से उपयोग नहीं कर रहे हैं।

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बागपत जिले में ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों के लिए विधायकों को मिलने वाले बजट में एक महत्वपूर्ण असमानता देखने को मिल रही है। जहां तीन विधायकों को हर साल 15 करोड़ रुपये का बजट मिलता है, वहीं ग्राम पंचायतों को 30 करोड़ से अधिक का बजट प्राप्त हो रहा है। इसके बावजूद, पंचायतों के प्रधान और सचिव इस बजट का सही तरीके से उपयोग नहीं कर रहे हैं, जिससे विकास कार्यों में कमी आ रही है।

स्थानीय प्रशासन के अनुसार, पंचायतों को मिलने वाला बजट विकास कार्यों के लिए पर्याप्त है, लेकिन बजट खर्च न होने के कारण कई योजनाएं अधूरी रह गई हैं। पंचायतों में जल निकासी, सड़क निर्माण, और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में देरी हो रही है। इस स्थिति ने स्थानीय निवासियों में असंतोष पैदा किया है, जो विकास कार्यों की कमी से प्रभावित हो रहे हैं।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि बजट का सही तरीके से उपयोग किया जाए तो गांवों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार हो सकता है। पंचायतों के प्रतिनिधियों ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है और प्रशासन से अपील की है कि वह पंचायतों के बजट के सही उपयोग को सुनिश्चित करें।

इस संदर्भ में, स्थानीय प्रशासन ने यह आश्वासन दिया है कि वे पंचायतों के बजट के सही उपयोग की निगरानी करेंगे और यदि आवश्यक हुआ तो उचित कार्रवाई करेंगे। पंचायत सचिवों को निर्देश दिया गया है कि वे बजट का सही और समय पर उपयोग करें ताकि विकास कार्यों में कोई बाधा न आए।

इस प्रकार, बागपत में ग्राम पंचायतों को मिलने वाले बजट के बावजूद विकास कार्यों में कमी एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। स्थानीय निवासियों और पंचायत प्रतिनिधियों की मांग है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले और पंचायतों के विकास कार्यों को प्राथमिकता दे।