रहडिया विशाल कवि सम्मेलन के साथ मेले का समापन

in #budaun2 years ago

IMG-20220410-WA0033.jpgबजीरगंज - तहसील विसौली क्षेत्र के रहडिया गांव में स्थित बाबा कालसेन का प्राचीन मंदिर है चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को लगने वाले मेले मे गौर राजपूतो के बच्चों का मुंडन संस्कार कराया जाता है जहां 8 अप्रैल से मेले का आयोजन किया जा रहा जो शनिवार देर रात कवि सम्मेलन के रविवार को मेला समापन्न हो गया I
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मे आये साहित्यकारो ने लोगो को स्वरो से आन्नदभूत कर दिया ,

बदायूं से आये गीत कार अभिषेक अनंत ने पढ़ा
सिर्फ बेटे नहीं वंश के चाँद तारे सितारे मियाँ
नाम ये भी करेंगी बहुत,बेटियों को पढ़ा लीजिये।

कवि आदित्य तोमर ने पढ़ा

दर्द का हाल भी नहीं बाटूं
गम ए पामाल भी नहीं बाटूं
आप तलवार बांटते जायें,
और मैं ढाल भी नहीं बाटूं

वे मानक है मानबता के वे यह संदेश सुनाते है
नाहक ही धर्मो के झगडो टंटों मे हम मर जाते है

उज्ज्वल वशिष्ठ ने पढ़ा
जुआ खेलें युधिष्ठिर शौक से पर ध्यान ये रक्खें।
दाव पर अब कोई द्रौपदी अच्छी नहीं लगती।

भूराज सिंह ने पढ़ा
मैं नहीं करता कभी प्रलक्षणा,
मेरा जीवन तो स्वयंभू शंकरों का त्रास है।

मयंक चौहान ने पढ़ा
इंद्रजाल हर ओर खुशी का
कहीं कहीं पर क्षणिक रुदन है
यह तो सभी प्रेरणादायक
संबंधो का करुण पतन है
इसके साथ मनीष प्रेम ,और पण्डित दिनेश शर्मा ने भी काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम का संचालन वीर रस के कवि अखिलेश ठाकुर ने किया।

इस अवसर पर श्यामपाल सिंह मेला अध्यक्ष,डॉक्टर सतीश,विनीत कुमार सिंह,धर्मवीर सिंह, नरेश पाल सिंहसिंह,जितेन्द्र सिंह
रामपाल सिंह,राम लखन सिंह,धर्मेन्द्र सिंह,सोहित सिंह गौर,पंकज सिंह निखिल मिनोचा सुमित बाण्र्णेय ठा वेदपाल सिहं धीरेश सिहं संदीप चौहान हरिकेश सिंह अनिल शर्मा एडवोकेट निर्भय प्रताप,शिवा ठाकुर,सुमित ठाकुर,कुलदीप ठाकुर,अमन ठाकुर,संगम,शक्ति,रजित,विशाल,अनमोल आदि लोग उपस्थित रहे।