कोलाघाट पुल पर लोड टेस्ट के कारण 10 दिनों के लिए बंद रहेगा आवागमन
शाहजहांपुर 12 सितम्बर:(डेस्क)शाहजहांपुर के कोलाघाट पुल पर शनिवार से लोड टेस्टिंग का कार्य शुरू होने जा रहा है, जिसे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से संबद्ध आईआईटी के विशेषज्ञ करेंगे। यह परीक्षण 14 से 23 सितंबर तक चलेगा, जिसके दौरान पुल पर पैदल और दोपहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा।
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पुल की स्थिति
कोलाघाट पुल की स्थिति पिछले कुछ वर्षों में काफी गंभीर हो गई है। लगभग तीन साल पहले, रामगंगा नदी में दो पिलर धंसने के कारण यह पुल टूटकर तीन हिस्सों में बंट गया था। इससे कलान, मिर्जापुर और परौर की कटरी में बसे लगभग 200 गांवों के लोगों का जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क कट गया था। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए लंबा रास्ता अपनाना पड़ रहा है, जिसमें उन्हें फर्रुखाबाद के राजेपुर होकर यात्रा करनी पड़ती है।
लोड टेस्टिंग का महत्व
लोड टेस्टिंग का उद्देश्य पुल की संरचना की मजबूती और उसकी भार सहन करने की क्षमता का परीक्षण करना है। इस प्रक्रिया के दौरान, विशेषज्ञ पुल के विभिन्न हिस्सों की जांच करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पुल भविष्य में हल्के वाहनों के लिए सुरक्षित है या नहीं। यह परीक्षण स्थानीय लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुल के पुनः चालू होने से उनकी यात्रा में आसानी होगी और वे सीधे जिला मुख्यालय पहुंच सकेंगे।
प्रशासन की तैयारी
डीएम उमेश प्रताप सिंह के आदेश पर यह लोड टेस्टिंग कराई जा रही है। प्रशासन ने इस काम के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं और स्थानीय लोगों को इस दौरान होने वाली असुविधाओं के लिए पहले से ही सूचित कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों की चिंता
पुल के बंद होने से प्रभावित गांवों के लोगों की चिंता बढ़ गई है। उन्हें अब जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ता है, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि पुल के पुनर्निर्माण और लोड टेस्टिंग को प्राथमिकता दी जाए ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।