बड़ी धूमधाम से मनाया गया 798 वां उर्स वास्ती फातहे बिलग्राम
बिलग्राम हरदोई ।। 798 वां उर्स वास्ती फातहे बिलग्राम बड़ी धूमधाम से मनाया गया जिसमें हिन्दुस्तान के कोने कोने से आये हजारों की तादाद में अकीदतमंदो ने शिरकत की और साहिबे उर्स के फैज ओ बरकात से मालामाल हुए।
नगर के ऊपर कोट पर दो दिवसीय उर्स वास्ती कुल शरीफ के बाद दुआओं के साथ संपन्न हो गया। शनिवार देर रात कुरआन की आयतों के साथ जलसे का आगाज हुआ जिसके बाद मौलाना अब्दुल कलीम उवैसी ने मंच का संचालन किया और मुल्क के विभिन्न स्थानों से आए उलेमाओं ने तकरीरें की और शायरों ने नात व मनकबत पढ़ीं इसके साथ ही मारहरा, मसौली, मुरादाबाद सहित कयी खानकाह से आये मशायख भी स्टेज की जीनत बने। उर्स में मारहरा खानकाहे कादरिया बरकातिया से आये सय्यद नजीब हैदर मियां बरकाती ने समाज में फैल रहीं कुरीतियां दहेज तीन तलाक जैसी प्रथाओं से मुसलमानों को बचने की ताकीद की वहीं सय्यद बादशाह हुसैन वास्ती ने मुल्क से मोहब्बत आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना जरूरी बताया कानपुर से आये काजी ए शहर मुफ्ती युनुस उवैसी ने अल्लामा गुलाम अली आजाद बिलग्रामी की अदबी व इल्मी खिदमात पर रोशनी डाली मौलाना जाकिर गयाबी ने सय्यद मोहम्मद सुगरा वास्ती बिलग्रामी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा किये गये कामों को बयान किया शायर उस्मान हारुनी, कलीम दानिश, सुहैल अहमद ने नबी की शान में नात पढ कर खूब वाहवाही लूटी रविवार सुबह सूफी बुजुर्ग सैयद मोहम्मद सुगरा क़ी दरगाह पर अकीदत के साथ चादरपोशी क़ी गई औऱ फातेहा पढ़कर दुआए क़ी गईं । कुल शरीफ के बाद सज्जादा नशीन हजरत ओवैस मुस्तफा वास्ती ने अक़ीदतमंदो की हजारों की संख्या के बीच कहा कि नमाज़ की पाबंदी, मां बाप की खिदमत, और गरीबों की मदद, करने वाला ही सच्चा मुसलमान है। हम सबको कुरान के आदेशों पर अमल करना चाहिए उसी में सब की भलाई है। इसके बाद साहिबे सज्जादा ने मुल्क की तरक्की औऱ मुल्क मे अमन की दुआ करते हुए खुदा से इंसानो की परेशानी दूर करने और उनकी जायज़ तमन्नाओं को पूरा करने की दुआएं की
इस दौरान बादशाह हुसैन वास्ती, खानकाहे वाहिदिया के सज्जादा नशीन हजरत सुहैल मियां वाहिदी हज़रत हुसैन मियां वाहिदी, सय्यद फैजान मुस्तफा वास्ती, मौलाना अनस वास्ती, सय्यद सालार हुसैन वास्ती वाजिद हुसैन समेत दूरदराज से आए अकीदत मंदो के बीच उर्स संपन्न कर तबर्रूक वितरित किया गया।
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