लम्पी वायरस की मार, घट गया दूध, रोजाना तीन लाख रुपए का नुकसान
लम्पी स्किन डीजिज वायरस का संक्रमण देसी नस्ल की गायों में ज्यादा तेजी से फैल रहा है। संक्रमित पशु का दूध घटने के कारण मौजूदा भावों को देखते हुए रोजाना करीब करीब तीन लाख रुपए का नुकसान हो रहा है। दूध घटने के कारण डेयरियों पर भी दूध की आवक में कमी आई है। ऐसे में दूध के भाव भी पांच से सात रूपये बढ़ गये है। जानकारी में रहे कि जिले के ग्रामीण अंचल में अधिकांश किसान पशुपालन से जुड़े हुए हैं और अधिकांश गांवों में पशुपालन ही आमदनी की जरिया है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में सर्वाधिक दूध डेयरियां व पशुपालक है। पशुपालकों के अनुसार संक्रमित पशु के शरीर पर गांठे उभरने के कारण पशु कमजोर हो जाता है। गोवंश में कोरोना संक्रमण की तरह लम्पी संक्रमण जिले के अस्सी फिसदी गांव तक पहुंच गया है। अधिकांश ब्लॉक में संक्रमित गांवों की संख्या बढ़ रही है और सैंकड़ो की तादाद में गौवंश की मौत हो चुकी है। पशुपालन विभाग के अनुसार लम्पी संक्रमण की चपेट में नए पशु भले ही नहीं आ रहे हों लेकिन संक्रमण ग्रसित पशुओं में ज्यादा लक्षण नजर आ रहे हैं। जिसका नतीजा है कि शहर में जगह-जगह लम्पी संक्रमण के पशुओं की भरमार है।
सर मेने आपकी 7 दिन तक की सभी खबरों को लाइक कर दिया है आप भी हमारी आईडी खोल कर सभी खबरों को लाइक कर सहयोग कीजिये जी आपका लाइक नही आ रहा है जी