संस्कार और संस्कृति को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधों पर*

in #bikaner11 days ago

शिक्षा, संस्कार और संस्कृति को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधों पर*
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विधायक ने वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम में की शिरकत
बीकानेर, 4 सितंबर। बीकानेर (पश्चिम) विधायक श्री जेठानंद व्यास ने कहा कि समाज के उत्थान के लिए महिलाओं की भूमिका अहम है। यह महिलाएं आत्मनिर्भर होकर समाज का नेतृत्व करेंगी तो समाज और अधिक तेज गति से प्रगति करेगा।
विधायक श्री व्यास ने बुधवार को एसबीआई-आरसेटी कार्यालय में आयोजित वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। श्री व्यास ने कहा कि समाज के उत्थान में आरसेटी द्वारा किए गए प्रयास अनुकरणीय हैं। इससे महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने वित्तीय साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे समाज की आर्थिक समृद्धि का आधार बताया। उन्होंने कहा कि वित्तीय साक्षरता से लोग अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं और अपने संसाधनों का उचित उपयोग कर सकते हैं। विधायक श्री व्यास ने कहा कि महिलाएं अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही उन्हें संस्कारित भी करे। शिक्षा, संस्कार और संस्कृति को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधों पर है।
सहायक निदेशक (जनसंपर्क) हरि शंकर आचार्य ने कहा कि वित्तीय साक्षरता का प्रसार समाज के प्रत्येक वर्ग में होना चाहिए, जिससे आर्थिक जागरूकता का स्तर ऊँचा उठ सके। उन्होंने यहां प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं की सफल कहानियों को संकलित करने का सुझाव दिया।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एस. एन. हर्ष ने स्वास्थ्य और वित्तीय साक्षरता के बीच के अटूट संबंध को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि एक समाज तभी स्वस्थ बन सकता है, जब लोग आर्थिक रूप से सक्षम हों और सही निर्णय लेने में सक्षम हों।
जिला अग्रणी बैंक के मुख्य प्रबंधक वाई. एन. व्यास ने बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के विविध पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सही वित्तीय जानकारी के माध्यम से लोग अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
संस्थान निदेशक दिनेश कुमार जैन ने आभार जताया और समाज में वित्तीय साक्षरता के महत्व को समझते हुए अधिक से अधिक लोगों को इसमें शामिल करने का आह्वान किया।
इस दौरान राजीविका के रघुनाथ डूडी, किशन चौधरी, अनिल आचार्य, मुरली व्यास, योगेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कपिल पुरोहित ने किया।


मेले के दौरान चाक चौबंद रहें व्यवस्थाएं, सभी विभाग रखे आपसी समन्वय
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने ली अधिकारियों की बैठक
बीकानेर, 4 सितंबर। जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक श्रीमती तेजस्विनी गौतम ने आगामी दिनों में जिले में भरने वाले मेलों के दौरान आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए बुधवार को बैठक ली।
जिला कलेक्टर ने समस्त विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय रखते हुए सर्तकता एवं सावधानी के साथ मेलों का प्रभावी प्रबंधन करने के निर्देश दिए। उन्होंने दर्शनार्थियों की सुरक्षा और सुविधाओं सहित अन्य व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर एंबुलेंस मय चिकित्सक एवं आवश्यक दवाईयां तैनात करने के निर्देश दिए। मुख्य मार्गों के निकट पड़ने वाले निजी एवं राजकीय चिकित्सालयों और ट्रोमा सेंटर चिन्हित करने और मेला अवधि तक इन्हें राउंड द क्लॉक संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा केन्द्रों पर आवश्यक दवाईयां और टोल नाकों पर अस्थाई मेडिकल कैंप संचालित करने को भी कहा।
जिला कलेक्टर ने पुलिस, रोडवेज एवं परिवहन विभाग को जनसहयोग से पैदल यात्रियों के बैग, ऊंट गाडों, वाहनों आदि पर रिफ्लेक्टर लगवाने को कहा। बीकेसीएल को सड़कों पर ढीले तारों को कसवाने, ट्रांसफार्मर के आसपास फेंसिंग, रोड लाईट व अन्य विद्युत संबंधित व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए। आवश्यक स्थानों पर बैरिकेडिंग करने को कहा। एनएच के अधिकारियों को नेशनल हाईवे पर स्वयंसेवी संस्थाओं एवं सेवा दलों के शिविरों एवं टेंट को सड़क से दूर लगवाने के लिए पांबद करने के निर्देश दिए। पीडब्ल्यूडी, एनएच और एनएचएआई के अधिकारियों को फील्ड विजिट कर दृष्टि बाधित करने वाले स्थानों से झाड़ियों की छंटाई करने के निर्देश दिए है।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने मेलों के दौरान श्रद्धालुओं वालों को किसी भी परेशानी ना हो, इसके लिए कानून एवं यातायात व्यवस्था के माकूल प्रबंधन करने के निर्देश दिए। उन्होंने यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गो के माध्यम से भारी वाहनों का ट्रैफिक डायवर्जन किया जाना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि परिवहन एवं रोडवेज विभाग डायवर्ट रूट के होर्डिंग राष्ट्रीय राज्य मार्गों पर लगाना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) उम्मेद सिंह रतनू, एसडीएम बीकानेर कविता गोदारा, एसडीएम श्रीडूंगरगढ़ उमा मित्तल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(शहर) दीपक कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


'हिंदी : हमारी राजभाषा' विषयक संगोष्ठी आयोजित
शिक्षक दिवस से हिंदी दिवस तक होंगे विभिन्न कार्यक्रम
बीकानेर, 4 सितम्बर। हिंदी दिवस कार्यक्रमों की शुरुआत बुधवार को हुई। राजभाषा संपर्क अधिकारी हरि शंकर आचार्य ने बताया कि पहले दिन 'हिंदी : हमारी राजभाषा' विषय पर संगोष्ठी हुई। सूचना केंद्र में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ साहित्यकार राजेंद्र जोशी ने कहा कि भारत की संविधान निर्मात्री सभा ने 14 सितम्बर 1949 को हिंदी को भारत गणराज्य की राजभाषा घोषित करने वाली धारा का अनुमोदन किया। इसके मद्देनजर केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा 14 सितम्बर को हिंदी दिवस समारोहों का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारे स्वाभिमान से जुड़ी भाषा है। यह पूरे देश को एक कड़ी में पिरोने का काम करती है। इसे अधिक से अधिक प्रोत्साहित करना हमारा दायित्व है।
राजभाषा संपर्क अधिकारी आचार्य ने कहा कि राज-काज के कार्यों में हिंदी का प्रयोग बढ़े, इसके लिए सतत प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस से हिंदी दिवस तक स्कूल और कॉलेज विद्यार्थियों की विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया जाएगा। वहीं सरकारी कार्यालयों में इसके अधिक से अधिक प्रयोग के प्रति जागरूकता के प्रयास होंगे।
अब्दुल शकूर सिसोदिया ने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में हिंदी के प्रति लगाव बढ़ा है। आज वर्चुअल प्लेटफार्म पर हिंदी साहित्य की अनेक गतिविधियों का आयोजन हो रहा है। इससे देश भर के साहित्यकारों को एक मंच मिला है।
इस दौरान सूचना केंद्र के पाठकों ने विचार रखे। सहायक प्रशासनिक अधिकारी बृजेंद्र सिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रियांशु आचार्य ने किया।


रीको औद्योगिक क्षेत्रों से 1 किलोमीटर की परिधि में लैंड कन्वर्जन के लिए नहीं होगी रीको की एनओसी की आवश्यकता
बीकानेर, 4 सितंबर। राज्य सरकार ने निवेश प्रोत्साहन के लिए रीको इंडस्ट्री एरिया की सीमा से एक किलोमीटर की परिधि में लैंड कन्वर्जन के लिए रीको द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है। राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में जारी आदेश अनुसार राज्य के वित्तीय वर्ष 2024-25 के परिवर्तित बजट घोषणा के अनुपालना में राज्य में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं विनियोजन निगम लिमिटेड के औद्योगिक क्षेत्र की सीमा से एक किलोमीटर की परिधि में स्थित भूमि के भू रूपांतरण के लिए रीको से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए जाने की आवश्यकता को समाप्त किया गया है।