*उपखंड अधिकारी गोदारा होंगी नोडल*
बीकानेर, 12 जुलाई। मानसून के दौरान जिले में बाढ़ एवं अतिवृष्टि की स्थिति उत्पन्न होने पर राहत और बचाव कार्यों के लिए जिला और उपखंड स्तर पर प्रत्येक विभाग का कंट्रोल रूम राउंड द क्लॉक कार्यरत है।
आपात स्थिति में राहत और बचाव कार्यों के लिए जिला और उपखंड स्तर के आपदा प्रबंधन संबंधित समस्त विभागों में समन्वय स्थापित कर आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए जिला स्तर पर बीकानेर की उपखंड अधिकारी कविता गोदारा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न स्कूलों का किया निरीक्षण, पौधे लगाए और संरक्षण की दिलाई शपथ
बीकानेर, 12 जुलाई। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माशि) सुनील कुमार बोड़ा ने शुक्रवार को कोलायत ब्लॉक के अंतिम छोर आईदान राम की ढाणी के विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भाणेका गांव में पौधारोपण किया और शिक्षकों-विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री सघन पौधारोपण महाभियान के बारे में बताया। अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही इनकी देखभाल की शपथ दिलाई। उन्होंने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हदां का निरीक्षण किया। यहां मिड डे मील आईसीटी लैब का निरीक्षण किया। नामांकन की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत के साथ ही औचक निरीक्षण का क्रम शुरू कर दिया गया है।
बजट घोषणा क्रियान्वयन बैठक: 13 और 14 को अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालयों में होना होगा उपस्थित
बीकानेर, 12 जुलाई। जिला प्रभारी सचिव द्वारा शनिवार तथा जिला प्रभारी मंत्री द्वारा रविवार को जिले की बजट घोषणाओं के क्रियान्वन के संबंध में महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन होगा। इसके मध्यनजर सभी विभागीय अधिकारियों और उनके अधीनस्थ कार्मिकों को 13 और 14 जुलाई को कार्यालय समय के दौरान अपने कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए निर्देशित किया गया है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन डॉ. दुलीचंद मीना ने यह जानकारी दी।
एमजेसएए 2.0: जिला कलेक्टर ने शत प्रतिशत स्वीकृत कार्य समय पर पूर्ण करने के दिए निर्देश
बीकानेर, 12 जुलाई। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत स्वीकृत कार्यों को समयबद्धता और गुणवत्ता के साथ पूर्ण करना सुनिश्चित किया जाए। अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने बताया कि जिले में एमजेएसए 2.0 के प्रथम चरण में 25 गांवों में लगभग 67 करोड़ रुपए की लागत से लगभग 3 हजार कार्य करवाए जाएंगे। गत 6 माह में 18.17 करोड रुपए के लगभग 766 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिले में लगभग 37.26% कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इनमें कृषि और उद्यानिकी के 16-16, पंचायती राज के 56, ग्रामीण विकास के 157 और जल ग्रहण के 521 कार्य सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि शेष कार्य भी मिशन मोड पर पूर्ण किए जाएं। उन्होंने बताया कि पेयजल और सिंचाई के लिए निर्मित की जा रही वृहद परियोजनाओं के साथ छोटे स्तर पर 'इनसाइट' जल संग्रहण करना भी जरूरी है। इसके मध्यनजर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 की शुरुआत की गई है। एमजेएसए 2.0 के तहत राज्य में लगभग 11 हजार 200 करोड रुपए की राशि से आगामी 4 वर्षों में 20 हजार गांवों में 5 लाख वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे। उन्होंने जिले में अब तक प्रारंभ नहीं हुए कार्यों को अविलंब चालू करने और प्रगतिरत कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि संबंधित अधिकारी इनकी नियमित मॉनिटरिंग करें।