बिहार में शुक्रवार को स्कूल की छुट्टी पर सियासत शुरू, JDU के उपेंद्र ने दी BJP सांसद को नसीहत!

in #bihar2 years ago

बिहार की सियासत में एक बार फिर किशनगंज के स्कूल में छुट्टियों का मुद्दा गरमा गया है. किशनगंज जिले में स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी रहने के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर सियासी बयानबाजी का दौर जारी है. इसी क्रम में जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा के एक ट्वीट ने भूचाल ला दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा है कि उर्दू विद्यालयों में छुट्टी- वाकई जरूरी मुद्दा है या अनावश्यक विवाद बनाने की कोशिश. छुट्टी पर आपत्ति करने वाले महानुभावों, आप सभी को पता तो होना चाहिए कि शुक्रवार को सिर्फ उर्दू विद्यालयों में ही अवकाश नहीं होता है, संस्कृत महाविद्यालयों में भी प्रत्येक महीना के प्रतिपदा और अष्टमी को छुट्टी रहती है. नहीं मालूम है तो संस्कृत विश्वविद्यालय के इस कैलेंडर का अवलोकन कर अपना ज्ञान बढाईए, प्लीज.

कुशवाहा ने अपने ट्वीट के साथ संस्कृत महाविद्यालय का एक कैलेंडर भी जारी किया है. जिसमें इन बातों का उल्लेख किया हुआ है. दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा ने ये ट्वीट भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा के जवाब में किया है जिसमें राकेश सिन्हा ने कहा था कि सरकारी छुट्टियां धर्म को देखकर नहीं होती हैं. अगर ऐसा होता है तो यह घोर सांप्रदायिक निर्णय है इस निर्णय को वापस लेना चाहिए. अपने ट्वीट में राकेश सिन्हा ने टर्की का उदाहरण दिया और कहा कि मुस्लिम बहुल देश टर्की में जहां 99% मुसलमान हैं. वहां शुक्रवार की छुट्टी बदलकर रविवार कर दी गई है. भारत में अगर उल्टी गंगा बहाने की कोशिश होगी तो यह संभव नहीं है. अगर ऐसा होता है, तो यह गलत है. सरकार को अविलंब जांच कर जिन लोगों ने निर्णय किया है उस पर कार्रवाई करनी चाहिए.
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