जहरीली शराब से हो रही मौत पर RJD ने उठाये सवाल, कहा- शराबबंदी की फिर से समीक्षा हो

in #bihar2 years ago

Chapra Poisonous Liquor Death Case: बिहार के छपरा में हुई जहरीली शराब कांड के बाद राजद ने शराबबंदी कानून की फिर से समीक्षा की मांग की है. राजद के विधायकों का एक जांच दल घटना के बाद पीड़ित परिवार के लोगों से मिलने पहुंचा था.
छपरा. बिहार के छपरा में जहरीली शराब से हो रही लोगों की मौत के बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई है. छपरा जिले के मकेर थाना क्षेत्र के फुलवरिया भाथा नोनिया टोली में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत के बाद शनिवार को राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की आठ सदस्यीय टीम प्रभावित गांव जांच करने पहुंची. राजद के कई विधायकों को मिलाकर गठित जांच टीम ने प्रभावित गांव का दौरा किया. राजद की आठ सदस्यीय जांच दल के नेताओं ने गांव पहुंचकर लोगों से बात की और पीड़ितों से मिलकर पूरे मामले की जानकारी ली.मृतकों के परिजनों से मिलने के बाद राजद की जांच टीम अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी और फिर उसे पार्टी के प्रमुख को सौंपेगी. इस जांच टीम का नेतृत्व कर रहे सोनपुर विधायक डॉ. रामानुज प्रसाद ने इस घटना के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने शराबबंदी के नियम और कानून पर फिर से समीक्षा करने की मांग करते हुए कहा कि मृतक के परिजनों को सरकार 20-20 लाख रुपये की मुआवाज और सरकारी नौकरी दे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शराबबंदी असफल है या साजिश है.शराबबंदी के बाद पूरे बिहार में जहरीली शराब पीकर गरीब लोग मर रहे हैं, तो यह दर्शाता है कि कहीं न कहीं साजिशन शराब बंदी की नीति लादी गयी है. शराब बंदी के नाम पर शराब माफिया, पुलिस प्रशासन और सरकार में बैठे लोग मालामाल हो रहे हैं जबकि जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में कही भी शराब बंदी नहीं है. प्रशासन और माफियाओं की मिलीभगत से आसानी शराब घर- घर पहुंच-पहुंच रही है. जांच टीम में विधायक केदार सिंह, विधायक छोटेलाल राय, विधायक जितेन्द्र कुमार राय, विधायक सुरेन्द्र राम, विधायक श्रीकांत यादव, राजद जिलाध्यक्ष सुनील कुमार राय शामिल थे.
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