मरीज बनकर चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के 8 गिरफ्तार, मिले बहुत गहने
पटना: जिले के एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्ल ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में पूरे बिहार में घूम-घूमकर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया.उन्होंने बताया कि गिरफ्तार चोर गिरोह के सदस्य घूम -घूमकर राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. हाल के दिनों में राजधानी पटना में बढ़ रही चोरी की घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने जब घटनास्थल और उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो पुलिस को ये जानकारी मिली कि राजधानी पटना के अलग-अलग इलाकों में घूम-घूम कर चोरी करने वाला गिरोह कुछ समय के लिए पटना में किराये के मकान में रह कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने के बाद दूसरे जिले में निकल जाता है.पुलिस ने जब इस गिरोह के मोबाइल नंबर की जानकारी जुटानी शुरू की इस गिरोह के अधिकांश लोगों के मोबाइल नंबर बेतिया जिले का निकला. हालांकि, इस गिरोह को संचालित करने वाला मास्टरमाइंड अंजनी कुमार पटना में ही रहकर इसे संचालित कर रहा था. एसएसपी ने बताया कि अपराधियों के पास मिले मोबाइल नंबर के आधार पर जब पुलिस ने इन्हें ट्रेस करना शुरू किया तो पुलिस को यह जानकारी मिली कि हाल के दिनों में इस गिरोह के कुछ सदस्य भूतनाथ रोड की एक ज्वैलरी की दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले हैं.यह गिरोह खास करके जिस रात बारिश होती थी, उसी रात चोरी की वारदात को अंजाम देने में माहिर था. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने जाल बिछाकर इन सभी को अगमकुंआ थाना क्षेत्र के बाईपास इलाके से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार चोर गिरोह (inter state gang) के सभी 8 सदस्य बिहार के साथ-साथ बंगाल और दूसरे राज्यों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इसे लेकर दूसरे राज्यों की पुलिस से संपर्क कर इनके अपराधिक इतिहास को मंगवाने का काम किया जा रहा है.एसएससी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि ये पूरा गिरोह अपने साथ एक 72 वर्षीय बुड्ढे को लेकर चलता था. कभी पुलिस को शक होने पर पुलिस इनके वाहन को रोककर चेक करती थी तो इस गिरोह के सदस्य अपने वाहन में मौजूद इस बुजुर्ग व्यक्ति के इलाज का पुर्जा दिखाकर और बुजुर्ग व्यक्ति के बीमार होने के हवाला देकर पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का काम किया करते थे.
पुलिस का सराहनीय कार्य