ब्रह्मा बाबा की समाधि पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने अर्पित किया पुष्पचक्र

in #bhopalgarh2 years ago

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ब्रह्ममुहुर्त तीन बजे रायजोग से शुुरुआत हई राष्ट्रपति की दिनचर्या
अपनी जीवनशैली से बहुत कुछ सिखा गई राष्ट्रपति

माउंट आबू।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय मांउट आबू में राष्ट्रपति अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान अपनी अनुशासित व आध्यात्मिक जीवनशैली से बहुत कुछ सिखा गई। अपने सरल स्वभाव, निर्माणचित व्यवहार की प्रेरणा देकर राष्ट्रपति मुर्मू ने लोगों का दिल जीत लिया। राष्ट्रपति प्रवास की डयुटी पर तैनात अधिकारियों, पुलिस व अन्य कार्मिकों के लिए राष्ट्रपति की जीवनशैली एक खुली किताब की तरह रही। जिससे हर किसी ने उनकी सरलता से कुछ न कुछ जरूर सीखा।
ब्रह्माबाबा समाधि स्थल पर अर्पित किया पुष्पचक्र
राष्ट्र्रपति श्रीमती मुर्मू करीब दस बजे ज्ञान सरोवर से रवाना होकर ब्रह्माकुमारीज संगठन के अंर्तराष्ट्रीय मुख्यालय पाण्डव भवन में पहुंची। मुख्यालय परिसर पहुंचने पर संगठन की संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके शशिप्रभा, वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षिका बी.के. शीलू बहन, प्रबंधक बीके अवतार आदि उनकी अगुवानी की। राष्ट्रपति श्रीमती मुुर्मू ने संगठन के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्माबाबा के समाधिस्थल शांतिस्तंभ पर पुष्पचक्र अर्पित कर देश के सुख, समृद्धि व खुशहाली की कामना की। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने संगठन के संस्थापक ब्रह्मा बाबा की तपस्यास्थली कुटिया, बाबा का ध्यानकक्ष, ऐतिहासिक सभागृह बारीकी से अवलोकन किया। बाबा की समाधि शांति सतंभ पर मानवीय कल्याण को अंकित महावाक्यों का अध्ययन कर दो मिनट मौन रहकर ध्यानयोग किया
राष्ट्रपति ने बांटे अपने अनुभव
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में आई चुनौतियों से सीखकर आगे बढऩे के अनुभव सांझा करते हुए कहा कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने महसूस किया कि मुश्किलों के दौर में परमात्मा हर एक की मदद करता है। कभी भी अकेले नहीं छोड़ता बशर्ते सर्वशक्तिमान परमात्मा पर अटूट विश्वास अटल निश्चय बना रहे। हर समय परमपिता परमात्मा का साथ और वरदानी हाथ अपने सिर पर अनुभव करते रहने से जीवन में आने वाली कठिनाईयों का सुगमतापूर्वक समाधान मिलता है। जिसका उन्हें अपने दैनिक जीवन में एक नहीं अनेकों अनुभव प्राप्त हैं। सतकर्मों से ही श्रेष्ठ भाग्य का निर्माण होता है। जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं लेकिन संघर्ष से समझौता नहीं करना चाहिए। भगवान को अपना साथी बनाने से जीवन में आने वाली विकटतम परिस्थितियों को सहज ही पार किया जा सकता है। कभी अपनी जिम्मेवारियों का अहंकार नहीं आना चाहिए। कत्र्तव्यों के प्रति समर्पण भाव रखना चाहिए। संगठन द्वारा प्रशिक्षित सहज राजयोग के अभ्यास से उनके जीवन में आये परिवर्तन तथा तनावमुक्त वैचारिक धरातल उत्पन्न होने के अनुभव सभा में उपस्थित श्रद्धालूओं से अपने अनुभव बांटे।
पीस कॉटेज के सामने रोपा पौधा
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में पीस कॉटेज के सामने पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत डॉ. ऐपीजे अब्दुल कलाम व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदि विभिन्न अतिविशिष्ट लोगों की ओर से लगाये गए पौधे जो आज वृक्ष का रूप धारण कर चुके हैं उनके समीप ही पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन लंबी आयु के लिए स्वच्छ पर्यावरण की नितांत आवश्यकता है। जिसके लिए लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होना चाहिए। पेड़ पौधों के अभाव में जहां सुंदर वसुधा सौंदर्यविहीन होती जा रही हैं। आगामी पीढ़ी को पौधरोपण के लिए सजग रहना चाहिए। संगठन के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय ने संस्थान की सामाजिक सेवाओं के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष संस्था की ओर से देशभर में कल्पतरुह अभियान संचालित किया गया। जिसके तहत लाखों पौधे रोपकर उनकी सारसंभाल की जा रही है।
राजयोग से आरंभ हुई राष्ट्रपति की दिनचर्या
महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने अलसुबह तीन बजे उठकर अपने आवासस्थल पीस कॉटेज में बने मेडिटेशन रूम में सहज राजयोग, ध्यान का अभ्यास किया। मेडिटेशन करने के बाद उन्होंने संगठन की संयुक्त मुख्य प्रशासिका डॉ. निर्मला दीदी से ईश्वरीय महावाक्यों का श्रवण किया। जिसके बाद ज्ञान सरोवर परिसर में नियमित आयोजित होने वाली प्रात:कालीन सभा में शामिल हुई।
इस अवसर शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला, सचिव राजेश वर्मा, प्रेजीडेंट के मिलट्री सेक्रेटरी मेजर जनरल आर.एस.मनराल, प्रेस सेके्रटरी अजय कुमार, अतिरिक्त प्रेस सचिव विजय कुमार नायक, कैप्टन (आईएन) आर.एस.रंधावा, निजी सचिव संपदा मेहता, फिजिशियन डॉ. समीक्षा जैन, जिला परिषद अधिकारी शुभमंगला, जिला कलक्टर भंवर लाल, एसपी ममता गुप्ता, उपखंड अधिकारी राहुल जैन, पुलिस उपाधीक्षक योगेश शर्मा, संस्था के मल्टी मीडिया चीफ बीके करूणा, बीके मोहन सिहंल सहित बड़ी संख्या में संस्था के सदस्य व अधिकारीगण मौजूद थे।