शिवम् नाट्यालय का 33वां अरंगेत्रम सम्पन्न
शिवम् नाट्यालय का 33वां अरंगेत्रम सम्पन्न। ईशान्या सिंघवी ने दी 3 घंटे भरतनाट्यम की प्रस्तुति।
शिवम् नाट्यालय का 33वां अरंगेत्रम डॉ.एस एन मेडिकल ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। जिसमें ईशान्या सिंघवी ने अपनी गुरु से घुंघरू पूजा कर घुंघरू ग्रहण किए।अपनी प्रथम प्रस्तुति पुष्पांजली ताल आदितालम में की। उसके बाद अलारिपु राग नटाई में व जातिस्वरम राग हेमावती में प्रस्तुत किया। शब्दम में द्रोपदी चीर हरण पर कृष्ण लीला का भावपूर्ण अभिनय पेश किया। चिदंबरम की कविता "नल्ला शगुनम" पर आधारित वर्णम राग मलिका में एवम् पराशक्ति जननी द्वारा पदम की बारीकियों को व दुर्गा के श्रृंगार रस,वियोग रस,वीर रस और रौद्र रस को आदितालम में दिखाकर सबको भावविभोर कर दिया। राग बहाग में तिल्लाना प्रस्तुत कर खूब तालियां बटौरी। अंत में मंगलम प्रस्तुत कर शिष्या ने अपने गुरु एवम् दर्शकों को धन्यवाद कर आशीर्वाद लिया।गुरु डॉ.मंजूषा सक्सेना ने ईशान्या को स्नातक की डिग्री प्रदान की। गुरु डॉ.मंजूषा ने अरंगेत्रम के महत्व को समझाते हुए बताया कि उनकी संस्था विगत 23 वर्षो से जोधपुर में भरतनाट्यम के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है, संस्था ने देश में अपनी एक पहचान बनाई है।आने वाले समय में जोधपुर, राजस्थान में भरतनाट्यम के लिए जाना जाएगा।किसी ख्याति प्राप्त संस्था से अरंगेत्रम करना मायने रखता है।ये डिग्री देश में ही नहीं विदेश में भी महत्वपूर्ण है। विदेश जाकर पढ़ाई करने में,वीजा मिलने में व टॉप यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने में बहुत सहायक होती है। बच्चियां अपने पैरों पर खड़ी होती है। विशेष अतिथि के रूप जस्टिस डॉ. विनीत कोठरी,महापौर विनीता सेठ,महापौर कुंती देवड़ा,समाज सेवी ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) डॉ. एन. एम. सिंघवी, चेयरमैन (जेआईटीओ) सीए अनिल बोहरा, प्रेसिडेंट (जेआईए) श्री एन.के.जैन, चेयरमैन राजस्थान संगीत नाटक अकादमी श्रीमती बिनाका मालू उपस्थित थे। ईशान्या की माता श्रीमती वीना सिंघवी एवम् पिता श्री संदीप सिंघवी ने सभी अतिथियों का स्वागत एवम् आभार प्रगट कर गुरु को सम्मान देते हुए धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में मंच संचालन संस्थान की सीनियर छात्राएं आदित्री व्यास एवम् अक्षरा शर्मा द्वारा किया गया।
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