Jodhpur में एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल पद का सियासी रंग, 1 महीने में 4 प्रिंसिपल बदले

in #bhopalgarh16 days ago

जोधपुर के डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पद को लेकर चल रही खींचतान ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। कॉलेज में एक माह में अभी तक तीसरा प्रिंसिपल लगाया जा चुका है। हालांकि अभी भी अस्थाई प्रिंसिपल ही लगाया गया है। इससे पहले बिना इंटरव्यू के ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के रिश्तेदार बीएस जोधा को प्रिंसिपल बना दिया गया था।प्रिंसिपल के विदेश दौरे जाने पर हुआ विवाद

दरअसल डा रंजना देसाई प्रिंसिपल पद पर नियुक्त थी। वह विदेश दौरे पर गई तो उनके स्थान पर 5 अगस्त को डॉक्टर अरुण वैश्य के नाम से प्रिंसिपल पद की अस्थाई नियुक्ति के आदेश जारी हुए थे। उनका कार्यकाल महज 15 दिन तक रहा। इसके बाद 20 अगस्त को डॉक्टर बीएस जोधा को प्रिंसिपल बनाया गया था। 10 दिन बाद अब डॉक्टर भारती सारस्वत को प्रिंसिपल बनाया गया।भारती के प्रिंसिपल बनने के आदेश आने के बाद भी कहीं सीनियर डॉक्टर को विश्वास नहीं हुआ उन्होंने विभाग में फोन करइसकी सत्यता भी झांसी ऑर्डर के कुछ देर बाद ही डॉक्टर सारस्वत कार्यभार ग्रहण करने के लिए पहुंच गई हालांकि प्रिंसिपल पद के लिए इंटरव्यू होकर विभाग की ओर से स्थाई नियुक्ति होनी बाकी है। भारती ने अपने प्रिंसिपल बनने की जानकारी खुद मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक शिक्षक के ग्रुप में आदेश की कॉपी शेयर करके दी कुछ देर बाद में डॉक्टर जोधा के पास पहुंची और उन्हें मोबाइल में आदेश दिखाकर कहा कि अब मैं प्रिंसिपल हूं। हालांकि प्रिंसिपल पद पर स्थाई नियुक्ति 9 सितंबर को इंटरव्यू से ही होगी। यह इंटरव्यू जयपुर और जोधपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 31 अगस्त को होने वाले थे लेकिन इन्हें अभी स्थगित कर दिया गया है।जोधा गजेंद्र सिंह शेखावत के रिश्ते में जीजा लगते हैं। उन्हें प्रिंसिपल बनने को लेकर भी डॉक्टर के ग्रुप में सुख भगत भी शुरू हुई थी क्योंकि डॉक्टर जोधा को बिना इंटरव्यू ही यह नियुक्ति दी गई थी चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव जगदीश सिंह मंगा ने 20 अगस्त को उसको लेकर आदेश जारी किए थे जिसमें प्रस्तुति एवं स्त्री रोग विभाग के डॉक्टर बीएस जोधा को मेडिकल कॉलेज प्राचार्य पद पर अग्रिम आदेशों तक नियुक्त किया गया था। बता दे की चिकित्सा शिक्षा ग्रुप वन विभाग ने जयपुर एसएमएस कॉलेज जयपुर और जोधपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पद के लिए प्रदेश भर से आवेदनमांगे थे इसमें जोधपुर मेडिकल कॉलेज से 6 आवेदन आए थे। इनका इंटरव्यू होना था लेकिन नए प्राचार्य के लिए अचानक आदेश जारी कर सबको चौंका दिया गया था। जानकारी के मुताबिक डॉक्टर जोधा के नाम पर पहले से ही तय था कि सरकार उन्हें प्रिंसिपल लगाएगी। केंद्र में पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के रिश्तेदार होने की वजह से इसका फायदा डॉक्टर जोधा को मिला। इसके बाद यह सवाल उठने लगा कि सरकार अब डॉक्टर के इंटरव्यू करवाएगी या नहीं करवाएगी हालांकि जोधा भी ज्यादा दिन तक प्रिंसिपल नहीं रह सके और 10 दिन बाद ही डॉक्टर भारती सारस्वत को प्रिंसिपल पद पर अस्थाई नियुक्ति दे दी गई।बताया जा रहा इसी माह रेजिडेंट के हड़ताल के दौरान सर्जरी विभाग की HOD डॉक्टर भारती सारस्वत ने एमडीएम अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर नवीन किशोरिया और पूर्व में प्रिंसिपल रहे डॉक्टर अरुण वैश्य के फोन नहीं उठाए थे। इन पर उनकी जगह डॉक्टर गणपत चौधरी को व्यवस्था करने के लिए कहा था। इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल जोधपुर आए तब वह उनसे मिली। अब सीएमओ से उनके प्रिंसिपल बनने के आदेश आ गए। इसको लेकर बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत नाराज है और उन्होंने चिकित्सा मंत्री खींवसर को भी फोन करना नाराजगी जताई है। डॉक्टर के ग्रुप में भी चर्चा है कि डॉक्टर जोधा शेखावत के करीब है तभी पिछले दिनों बिना इंटरव्यू के उन्हें प्रिंसिपल बना दिया गया था।
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