Jodhpur युवाओं में कार्डियक अरेस्ट के बढ़ते मामले चिंता का विषय

in #bhopalgarh2 months ago

Jodhpur युवाओं में कार्डियक अरेस्ट के बढ़ते मामले चिंता का विषयजोधपुर कार्यक्रम में बताया गया कि कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन यानी सीपीआर एक संजीवनी बूटी है, जिससे पीड़ित की जान बचाई जा सकती है। वक्ताओं ने कहा कि युवाओं सहित हर उम्र के लोगों में अचानक कार्डियक अरेस्ट के बढ़ते मामले चिंता का विषय है। यूजीसी के आंकड़ों के अनुसार देश के केवल 0.1 प्रतिशत लोगों को ही बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) की जानकारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्डियक अरेस्ट वाले मरीजों की जान बचाने के लिए बड़े स्तर पर सीपीआर प्रशिक्षण देने का अभियान प्रारंभ किया गया।अब सभी पीजी चिकित्सकों के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) एवं एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट (एसीएलएस) की जानकारी एवं प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया। एनेस्थीसिया की विभागाध्यक्ष डॉ. सरिता जनवेजा, वरिष्ठ आचार्य डॉ. गीता सिंगारिया एवं सहआचार्य डॉ. प्रमिला सोनी के नेतृत्व में संस्थान के सभी विभागों के लगभग 510 पीजी चिकित्सकों को दो दिवसीय बीएलएस एवं एसीएलएस प्रशिक्षण मार्च से जुलाई तक अलग-अलग बैच में दिया गया। यह प्रशिक्षण निश्चेतना विभाग की डॉ. नीलम मीणा, डॉ. चंदा खत्री, डॉ. शिखा सोनी, डॉ. वंदना शर्मा, डॉ. अभिलाषा थानवी, डॉ. मोनिका गुप्ता, डॉ. गायत्री तंवर, डॉ. रश्मि स्याल, डॉ. अनीशा बानो, डॉ. मनीषसिंह चौहान, डॉ. मनीष झा व डॉ. आभास छाबड़ा द्वारा दिया गया।
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