छह साल बाद भी मवेशी मुक्त नहीं हो पाया भोपाल शहर, नगरीय चुनाव में मुद्दा गायब
राज्य सरकार ने वर्ष 2016 में प्रदेश के समस्त बड़े शहरों के रिहायशी इलाकों में पशुपालन पर रोक लगाकर इनको कैटल फ्री (पशु-मुक्त) जोन घोषित किया था। इंदौर नगर निगम ने एक साल में ही पूरे शहर को कैटल फ्री कर दिया। वहीं छह साल बाद भी भोपाल कैटल फ्री शहर नहीं बन पाया। हालांकि, इसके लिए पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने काफी प्रयास किया, लेकिन उनके कार्यकाल में भी शहर कैटल फ्री नहीं बन पाया, जबकि इसके लिए शर्मा ने चार साल पहले शहर के बाहर चारों दिशाओं में सात स्थानों पर डेरी के
आवश्यक बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करा पाए। रहवासियों को उम्मीद थी कि इस बार के चुनाव में हो सकता है शहर में चल रही अवैध डेरियां मुद्दा बने, लेकिन दोनों ही प्रत्याशियों के घोषणा पत्र में कैटल-फ्री शहर का मुद्दा नहीं है।
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