बीएमएस ने भेल कारखाने की कैंटीन का संचालन ठीक से करने की उठाई मांग
भेल यूनियनों का चुनाव जीतने के बाद पहले नंबर की यूनियन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने कैंटीन का संचालन ठीक से शुरू करने की मांग उठाई है। इसके लिए बीएमएस के पदाधिकारी कारखाने के भीतर सभी नौ ब्लाक में जा रहे हैं। कैंटीन का संचालन ठीक तरह से करने को लेकर भेल प्रबंधन के खिलाफ एकजुट होकर धरने-प्रदर्शन करने की बात कह रहे हैं। इसे अलावा भेल कर्मचारियों का इंसेंटिव एवं सैलरी को लेकर सभी ब्लाकों में घेराव के साथ की नारेबाजी कर रहे हैं।
हाल ही में बीएमएस के सदस्यों ने कैंटीन में भरपूर भोजन के लिए ब्लॉक का घेराव कर नारेबाजी की। सभी कर्मचारी इस बात से भी नाराज है कि भेल भोपाल 100 प्रतिशत काम करने के बाद भी प्रबंधन ने बिना बातचीत की कोरोनाकाल में इन्सेंटिव इन्सलरी बंद कर दिया। जिसे वर्तमान तक प्रारंभ नहीं किया जा रहा है। इस बात को लेकर के आम कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि बीएचएल के लक्ष्य को हम सब मिलकर पूरा करेंगे मगर हमें इंसेंटिव इन्सलरी जो हमारी भेल भोपाल की लाइफ लाइन है, उसे देना होगा। साथ ही कर्मचारियों में आक्रोश है कि मूल्य बढ़ने के बाद भी भेल भरपूर भोजन उपलब्ध नहीं करा रहा है। साथ ही भेल भोपाल में आर्टिजन से सुपरवाइजर मात्र आठ प्रतिशत का कोटा निर्धारित कर अन्याय किया है। जिसे लेकर कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। सभी ब्लॉकों में विभाग अध्यक्ष के द्वारा आश्वासन दिया गया है कि वह ऊपर बात करके इस समस्या का हल कराएंगे।
यूनियन के अध्यक्ष विजय कठैत ने बताया कि बीएमएस शुरू से भेल कर्मचारियों के हित में निर्णय लिया लेता है। चुनाव जीतने के बाद बीएमएस ने भेल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिए है। भेल प्रबंधन ने कोरोना के कारण दो साल पहले कैंटीन को बंद कर दिया था। मांग के बाद कैंटीन शुरू की गई, पर पर्याप्त भोजन व नाश्ता नहीं मिल रहा है। बता दें कि कारखाने में रोजाना सात हजार कर्मचारियों व ठेका श्रमिकों के लिए नाश्ता और तीन हजार कर्मचारियों के लिए खाना बनता है।