17 वर्षीय बबलू भील विकलांग एवं मुक बधिर बालक इशारे से अपनी व्यथा सुना रहा
भीलवाड़ा -आसींद/ हुरडा उपखंड मुख्यालय की कानिया पंचायत मुख्यालय निवासी बबलू भील 17 वर्षीय जन्म से ही विकलांग मुक बधिर बालक टूटी टपरी के नीचे जीवन व्यतीत कर रहा है यह बालक विकलांग है एवं मुंह से बोलता नहीं एवं कानों से सुनता नहीं एवं पैरों से चल नहीं सकता इशारों के माध्यम से अपना जीवन व्यतीत कर रहा है बबलू के पिता संपत लाल भील इसकी माता लक्ष्मी लक्ष्मी देवी भील मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं परिवार में सबसे बड़ा बबलू भील एव 9 वर्षीय दिलखुश बालक एवं 7 वर्षीय बालिका कोमल है संपत डाल भील ने बताया कि इस बालक को एक साइकिल व आर्थिक सहायता की गुहार लगाई ताकि बालक का जीवन व्यतीत हो सके परिवार का पूरा बोझ संपत लाल के ऊपर है जो दोनों पति पत्नी गांव में कमठाने पर जाकर मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं।