बंगाल सफारी में लोग उठा सकेंगे बाघों को देखने का आनंद, खुले बाड़े में में छोड़े गए 4 बाघ शावक

in #bengal2 years ago

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सोमवार को सिलीगुड़ी के पास बंगाल सफारी पार्क में बाघ के खुले बाड़े में चार बाघ शावकों को छोड़ा गया. शीला नाम की एक मादा बाघिन ने इस साल 22 मार्च को इन चार शावकों को जन्म दिया था.

छह से सात महीने की उम्र के चार शावक खुले बाड़े में छोड़ने के लिए अपनी सही उम्र में हैं. इससे वाहनों में घूमने वाले लोग टाइगर सफारी में इन शावकों को देखने का आनंद उठा सकेंगे.

न्यूज एजेंसी एएनआई की एक खबर के मुताबिक टाइगर सफारी के अधिकारियों ने बाघ के शावकों की मानसिकता को समझने के लिए कई परीक्षण किए और सकारात्मक नतीजे हासिल किए. इस समय टाइगर सफारी पार्क में मादा बाघिनों की संख्या पांच है. जिनके नाम शिला, रीका, कीका, तेजल और तारा हैं. सफारी पार्क में बिवन पहले एकमात्र नर बाघ था. अब वहां शिव, सेरा, टी1, टी2 और टी3 और शावकों के साथ छह और नर शावक बाघ हैं. सफारी के बाघ के बाड़े में बाघों और बाघिनों की कुल संख्या ग्यारह है.

बंगाल सफारी पार्क की निदेशक देवा संगमू शेरपा ने कहा कि राज्य के वन विभाग के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने अन्य वन अधिकारियों की उपस्थिति में 22 मार्च 2022 को पैदा हुए चार बाघ शावकों को खुले बाड़े में छोड़ा गया. शेरपा ने कहा कि यह निश्चित रूप से आकर्षक होगा और लोग सफारी का भरपूर आनंद उठा सकेंगे. इससे पहले सफारी प्राधिकरण ने बाघ के शावकों के व्यवहार को समझने के लिए कुछ परीक्षण किए. इसमें उनका व्यवहार बहुत हद तक सामान्य पाया गया. इसलिए उनको खुले बाड़े में छोड़ने का फैसला किया गया.

गौरतलब है कि बंगाल सफारी 700 एकड़ वन भूमि पर स्थापित की गई थी. इस पार्क में टाइगर सफारी, मिश्रित शाकाहारी सफारी, हाथी सफारी, तेंदुआ सफारी और एशियाई काला भालू सफारी है. इसमें घड़ियाल और मगरमच्छ का तालाब भी है.