युवाओं के लिए मिसाल साबित होंगे कमरुद्दीन

in #basti2 years ago

IMG-20220605-WA0372.jpgदेश विदेश में आधा दर्जन से अधिक मल्टीनेशनल कंपनी खोलकर युवाओं को दे रहे रोजगार
जिले के गन्ना किसानों की समस्याओं का समाधान करने का कर रहे हैं प्रयास

बस्ती। जिले के छोटे से गांव में जन्मे एक नौजवान ने यह पंक्ति सही साबित कर दिया कि कौन कहता है आसमा मे छेद नहीं हो सकता कोई पत्थर तो तबियत से उछालो यारो, अपनी मेहनत और जुनून के बल पर जो सफलता इस नौजवान ने पाई है वह युवाओं के लिए एक मिसाल है हौसले की उड़ान बड़ी तो एक दशक में ही सफलता की कहानी लिख दी इस नौजवान ने देश व विदेश में आधा दर्जन से अधिक मल्टीनेशनल कंपनीयो के स्थापना करके बस्ती जनपद का मान बढ़ा दिया और अरबो रुपए का सालाना टर्न ओवर करने वाली इस नौजवान की कंपनी का सीधा लाभ बस्ती ही नहीं आसपास के जिलों में भी मिल रहा है हम बात कर रहे हैं बस्ती जनपद के पेडरिया थाना पैकोलिया निवासी डीजल इंजन के मकैनिक जलालुद्दीन के घर में जन्मे होनहार बेटे कमरुद्दीन जिन्होंने अपनी प्राथमिक पढ़ाई अपने गांव के स्कूल में लिया और वहां से हाई स्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा अव्वल दर्जे में पास करके आई आई एम कोलकाता ने एमबीए पाठ्यक्रम में दाखिला लिया और यही से अपने जिले को नई पहचान देने का निर्णय किया 2011 में एम बी ए की परीक्षा पास करके कई विदेशी कंपनियों के बड़े पदों पर काम करने के ऑफर आए और कुछ कंपनियों को अपनी सेवाएं दी लेकिन नौकरी ना करके युवाओं को रोजगार देने का जज्बा लेकर के खुद की कंपनी बना ली और देखते ही देखते कंपनी नई ऊंचाइयों पर पहुंचने लगी इसके साथ ही वर्ष 2007 में रोहमा पुत्री मोहम्मद अकबर से विवाह किया था उनकी धर्मपत्नी जोकि एमबीए पास हैं उनके पढ़ाई का भरपूर सहयोग लेकर के दोनों लोग साथ मिलकर सफलता की कहानी लिखना शुरु कर दिया । यदि कमरुद्दीन और उनकी पत्नी रोहमा पर नजर डाली जाए तो जी मल्टीट्रेडिंग एंड सर्विसेज, कमर ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड शेयर ट्रेडिंग में बड़ा नाम आता है इसके साथ ही साथ रोहमा ट्रांसपोर्ट प्राइवेट तोफरफेक्ट लेडीज स्लीपर के नाम से चप्पल बनाने वाली कंपनी का माल पूरे हिंदुस्तान के अलावा दुबई व कई अन्य देशों में भेजा जा रहा है। इस्मार्ट फाइनेंसियल सलूशन के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर भी दिए जा रहे हैं कुल मिलाकर बस्ती जनपद के छोटे से गांव में रहने वाले कमरुद्दीन की सोच अप बस्ती जनपद के गन्ना किसान और मजदूरों के प्रति बढ़ती नजर आ रही है क्योंकि इनकी यह सोच है कि किसानों के समस्याओं का समाधान में गन्ने की फसल बहुत ही उपयोगी है जिसे नकदी का फसल भी कहा जाता है इसको लेकर के कमरुद्दीन बस्ती में बंद पड़ी वाल्टरगंज और बस्ती चीनी मिल खरीदने की मंशा रखते हुए फेनिल शुगर लिमिटेड के डायरेक्टरों से वार्ता भी कर रहे हैं जो कि अंतिम दौर में चल रही है और उन्हें उम्मीद है कि यदि चीनी मिल उन्हें मिलती है तो निश्चित तौर पर बस्ती जनपद के किसानों को खुशहाल बनाने में वह सफल रहेंगे कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है यदि हौसला है तो किसी भी मंजिल तक पहुंचा जा सकता है।IMG-20220605-WA0373.jpg