दूल्हा क्लीन शेव होगा, तो ही कर सकेगा शादी

in #barmer2 years ago
  • कुमावत समाज का 19 गांवों के लिए फरमान, समाज ने कहा- फैशन का विरोध नहीं, लेकिन शादी में यूं स्वीकार नहीं_

कुमावत समाज के 19 खेड़ा (गांवाें) में रहने वाले किसी भी परिवार की शादी में अब दूल्हा क्लीन शेव होगा तो ही शादी कर सकेगा। यह फैसला समाज की यहां पुराना बस स्टैंड स्थित मारू कुम्हाराें की बगीची में हुई बैठक में पारित हुआ। समाज के लोगों का तर्क था कि विवाह एक संस्कार है और दूल्हे काे इसमें राजा के रूप में देखा जाता है। जबकि फैशन के फेर में दूल्हे कई प्रकार की दाढ़ी बढ़ाकर रस्में निभाते हैं। समाज के लक्ष्मण टांक व बाेहराराम मालवीया ने कहा कि फैशन मंजूर है लेकिन शादी में इस तरह नहीं। सभी खेड़ाें के प्रतिनिधियाें की तालियों की गूंज के बीच इसका प्रस्ताव पारित किया गया।

डीजे पर बिंदौली नहीं निकलेगी, अफीम-तिजारा पर रोक

शादी में डीजे लाकर घर पर लगा सकते हैं लेकिन डीजे के साथ बिंदौली नहीं निकाली जा सकेगी।

सगाई-दस्तूर में अब दुल्हन के कपड़ाें के साथ अधिकतम 2 ताेला साेना, चांदी के 2 जाेड़ी छड़ा व चांदी का कंदाेरा चढ़ाया जा सकेगा।

मायरे में अधिकतम 5 ताेला साेना, आधा किलाे चांदी व 51 हजार रुपए नकद दिए जा सकेंगे।

विवाह, आणा, मृत्युभाेज, ढूंढ, सगाई आदि के मौके पर होने वाली समाज की सभा में अफीम व तिजारा पर राेक लगाई गई है।

गंगाप्रसादी में एक ही मिठाई रखी जाएगी। वह भी सीरा या लापसी में से एक होगी।

हल्दी की रस्म में पीले कपड़े, पीले फूल, पीले शृंगार आदि के नाम पर हो रही फिजूलखर्ची पर भी लगाम करने का निर्णय हुआ। यह रस्म पुरानी परंपरानुसार ही निभानी होगी।

बैठक में पाबंद किया गया कि संबंधित 19 गांवाें के लोग भले ही देश के किसी भी काेने में रहें, उन्हें इन फैसलों की पालना करनी होगी।