वरदान साबित हो रही हैं, बिजली उपभोक्ताओं को छुट योजना:

in #barmer2 years ago

बाड़मेर। IMG-20220613-WA0002.jpgअब तक बिजली के बिल आम उपभोक्ताओं को झटके देते थे लेकिन राज्य सरकार द्वारा जारी की गई छुट योजना के बाद यही विद्युत बिल आमजन द्वारा भरने में आसानी हो रही हैं। वहीं कम उपभोक्ताओं के लिए तो यह योजना वरदान साबित हो रही हैं एवं उन्हे किसी भी प्रकार की विद्युत राशि जमा नहीं करनी पड़ रही हैं। वर्तमान में कृषि व घरेलू उपभोक्ताओं के लिए चल रही दो योजनाओं लाखों उपभोक्ता फायदा उठा चुके हैं एवं 2.54 लाख उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिन्हे विद्युत बिल नहीं भरने पड़े हैं।
यह जानकारी देते हुए अधीक्षण अभियंता बाड़मेर अजय माथुर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को विद्युत बिलों में दी जाने छुट की योजनाओं का लाभ जिले में करीब 2.54 लाख आम उपभोक्आतों को मिला हैं। राज्य सरकार द्वारा जहां गत वर्ष की बजट घोषणा में लागू की गई किसान उर्जा मित्र योजना के तहत बाड़मेर जिले में सितंबर 2021 से अप्रेल 2022 तक करीब 28077 उपभोक्ता एवं इस साल की बजट घोषणा में 50 यूनिट तक के करीब 2.26 लाख उपभोक्ताओं को जीरो राशि के बिल जारी हुए हैं। माथुर ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में घरेलू श्रेणी के 50 यूनिट तक विद्युत उपभोग वाले उपभोक्ताओं को विद्युत बिल राज्य सरकार द्वारा वहन करने का निर्णय लिया गया था एवं इसके अलावा 50 यूनिट से अधिक के विद्युत उपभोग वाले उपभोक्ताओं को भी विद्युत दर में रियायत दी गई हैं। अप्रेल के अंतिम दिनों में लागू की गई इस योजना के तहत जहां 226511 उपभोक्ताओं के 50 यूनिट विद्युत उपभोग अनुसार 11.41 करोड़ की विद्युत बिलों की राशि राज्य सरकार द्वारा वहन की गई एवं उपभोक्ता के बिलों में यह राशि शून्य रही। इसी क्रम में 51 यूनिट प्रतिमाह से 300 यूनिट प्रतिमाह तक के विद्युत उपभोग वाले उपभोक्ताओं को भी विद्युत दर में छुट दी गई हैं। ऐसे में करीब योजना प्रारंभ होने के बाद से अब तक 716715 उपभोक्ताओं को 13.12 करोड़ रूपए की छुट राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई हैं।
28077 कृषि उपभोक्ताओं को भी नहीं भरने पड़े बिल:
अधीक्षण अभियंता बाड़मेर ने बताया कि घरेलू उपभोक्ताओं के साथ-साथ गत वर्ष मुख्यमंत्री किसान उर्जा मित्र योजना लागू की गई थी जिसके तहत नियमित बिल जमा करने वाले कृषि उपभोक्ताओं को प्रति माह 1 हजार रूपए की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया था। इसमें 12 हजार रूपए सालाना सब्सिडी विद्युत बिलों में देने का निर्णय किया गया था। सितंबर 2021 को उक्त योजना शुरू की गई जिसके तहत अब 9 माह में मई 2022 तक करीब 1.57 लाख कृषि विद्युत बिलों में 41.68 करोड़ रूपए की सब्सिडी जारी की जा चुकी हैं। एवं करीब 28077 कृषि उपभोक्ताओं के शून्य राशि के बिल जारी हुए। उन्होने बताया कि उक्त योजना का लाभ सिर्फ नियमित रूप से बिल भरने वाले उपभोक्ताओं को ही मिल रहा हैं। इसलिए उन्होने सभी कृषि एवं घरेलू उपभोक्ताओं से अपने विद्युत बिल समय पर जमा करने की अपील की ताकि राज्य सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का वह अधिकाधिक लाभ उठा सके।