वन विभाग को सुध लेने की आवश्यकता
बाड़मेर के धार्मिक स्थल जसदेर धाम पर स्थित तालाब में विभिन्न संस्थाओं एवं बाड़मेर विधायक की पहल से जलदाय विभाग द्वारा भीषण गर्मी में जलीय जीव रक्षार्थ जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाकर पूर्ति की जा रही थी वहीं वर्तमान में प्री मानसून के चलते तालाब में अच्छा जलभराव देखने को मिल रहा है, तालाब में मौजूद रंग बिरंगी मछलियां इन दिनों आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, प्रतिदिन सैकड़ो धर्म प्रेमी व जीव प्रेमी यहां इन मछलियों को खाना देने पहुचते है। लेकिन दूसरी तरफ इन जीवों के भक्षक जाल बिछाए इन जीवों के फसने का इंतजार करते नजर आते है। हालांकि यहां पर भव्य मंदिर भी है जहाँ सैकड़ो लोग दर्शन के लिए आते है, मंदिर के व्यवस्थापक इन लपंगो पर ध्यान नही दे रहे है। और ना ही प्रशासनिक अधिकारी या वन विभाग के अधिकारी ध्यान दे रहे है, वन विभाग टीम द्वारा कार्यवाही करके उक्त स्थान को सुरक्षित करवाने की आवश्यकता है या विभाग द्वारा सुरक्षाकर्मी तैनात करवाया जावे जिससे तालाब की सौन्दर्यता बरकरार रहे। और जीवहत्यारो को खदेड़ा जा सके।
गौरतलब है कि गणेश विसर्जन या अन्य त्यौहारों व घर की अतिरिक्त पूजा सामग्री को भी इसी स्थान पर विसर्जित कर दिया जाता है जिससे तालाब की सौन्दर्यता पर प्रभाव पड़ रहा है। और प्रदूषण फैल रहा है। इसी के साथ बबूल की कंटीली झाड़ियों में पूजा सामग्री फस जाती है जिससे जल प्रदूषित हो रहा है।